बिहार सरकार के निर्देश के बाद वन विभाग ने मशरक प्रखंड कार्यालय परिसर के मनरेगा सभागार में मशरक एवं इसुआपुर प्रखंड के पंचायत के मुखियाओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जंगली सूअर और नीलगाय को मारने की प्रकिया की जानकारी दी गई। आपके खेतों में नील गाय और जंगली सूअर आतंक मचा रहा है तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसका समाधान वन विभाग ने निकाला है। इसको लेकर पंचायत के मुखिया को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। मौके पर रेंजर सुषमा कुमारी, वन पाल अखिलेश्वर सिंह, वन कर्मी मो. फरहान, कृष्णा प्रसाद समेत पंचायत स्तर के दर्जनों मुखिया शामिल थे।
जिसमे प्रखंड प्रमुख रवि प्रकाश सिंह मंटू , बहरौली मुखिया अजीत सिंह, इसुआपुर के डटरा पुरसौली मुखिया अजय राय, डुमरसन मुखिया बच्चा लाल साह, सोनौली मुखिया इम्तियाज खान उर्फ चुन्नू बाबू, दुरगौली मुखिया प्रतिनिधि सत्येंद्र सिंह, उप मुखिया पंकज सिंह मौजूद रहें। मौके पर वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नीलगाय और जंगली सूअरों के आतंक से किसान परेशान रहते हैं इसी समस्या के निदान के लिए वन विभाग ने यह निर्णय लिया है कि फसलों को बर्बाद करने वाले नीलगाय एवं जंगली सूअर को मार दिया जाएगा। लेकिन इसके लिए विभाग द्वारा जारी प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। पंचायत के मुखिया किसानों से मिले लिखित शिकायत पर विचार करेंगे।
लिखित शिकायत प्राप्त होने पर मुखिया गांव के अन्य बुजुर्गों के साथ प्रभावित किसान एवं स्थानीय वन उप परिसर पदाधिकारी या वन परिसर पदाधिकारी या वन क्षेत्र पदाधिकारी के साथ स्थल निरीक्षण करेंगे, और वास्तविक स्थिति का आकलन करने के उपरांत एक पंचनामा बनाएंगे। जिसके बाद नीलगाय व जंगली सूअर को मारा जाएगा। वन अधिकारी ने बताया कि किसान को एक फार्म भरकर मुखिया जी के यहां जमा करना होगा फिर मुखिया जी के द्वारा जांच पड़ताल के बाद वह फार्म वन विभाग में जमा किया जाएगा। जिसके बाद जिला मुख्यालय से स्वीकृति मिलते ही शूटर की सहायता से मार दिया जाएगा। वही बैठक में कृषि वानिकी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।