झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार फिर एक बार विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। 18 जुलाई को होने वाली आगामी राष्ट्रपति चुनाव के एनडीए पद के उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को इवील फिलॉसफी कहा। साथ में यह भी कहा हम नहीं मानते द्रोपदी मुर्मू आदिवासी सिंबॉलिक है। इस पर झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने डॉ. अजय कुमार का बचाव करते हुए, कहा कि उन्होंने क्या गलत कहा है। यह पद की लड़ाई नहीं है या विचारधारा की लड़ाई है।
एक तरफ गोडसे की विचारधारा है दूसरी तरफ गांधीवादी विचारधारा है इसलिए यह विचारधारा की लड़ाई है यह इसी विचारधारा की प्रतिनिधित्व कर रही है। इसलिए इसमें कोई गलत नहीं है, जो उन्होंने कहा है इसका क्या मीनिंग होता है वह भाजपा के लोग बताएं। वहीं इस पर उन्होंने कहा कि देश में जिस प्रकार का माहौल बनाया जा रहा है, लोगों को धर्म और संप्रदाय पर बांटने का जो प्रयास किया जा रहा है। इसे गलत तरीके से भारतीय जनता पार्टी के लोग दर्शा रहे हैं।
आदिवासियों के लिए शर्मसार होने वाली बात
वहीं इस पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा डॉ. अजय का बयान झारखंड के साथ आदिवासियों के लिए शर्मसार होने वाली बात है। यह आदिवासी महिलाओं की अपमान है या कांग्रेस का आदिवासियों के लिए क्या सोच है। वह दर्शाता है। उसको इविल बताया उसको दुष्टता से उनकी तुलना दुष्टता से की है। मुझे लगता है कि जिन्हें आदिवासी और आदिवासियत की जानकारी नहीं है। वहीं इसी तरह की बातें कर सकते हैं।
डॉक्टर अजय कुमार को अपने के लिए पूरे राष्ट्र से क्षमा मांगना चाहिए वह एक महिला के लिए ऐसा अशोभनीय शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। एक आदिवासी महिला के लिए जो सिर्फ एक पायदान जो महिला सिर्फ राष्ट्रपति बनने से एक पायदान सिर्फ दूर है। यह कांग्रेस की आदिवासियों के प्रति नफरत की सोच को उजागर करता है। इन्हें अभिलंब माफी मांगना चाहिए।
इस तरह का बयान अशोभनीय
वहीँ इस पर जेएमएम नेता मनोज पांडे ने कहा इस तरह का बयान अशोभनीय है। डॉ. अजय कुमार पढ़े लिखे प्रवक्ता है। डॉ अजय किस परिपेक्ष में यह बात बोले हैं यह देखने वाली बात होगी।