बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम द्वारा राज्य में 9500 से अधिक सिपाहियों के रहने के लिए बैरक का निर्माण कराया जा रहा है। इनमें करीब 27 हजार सिपाहियों के रहने के लिए 300 से अधिक भवन तैयार किए जा चुके हैं। शेष का निर्माण कार्य जल्द पूरा होने की उम्मीद है। महिला पुलिसकर्मियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भी बैरक का निर्माण किया जा रहा है।
बिहार के सिपाही से लेकर दारोगा रैंक वाले तक के पुलिसकर्मियों के लिए खुशखबरी है। जल्द ही पुलिसकर्मियों के रहने की व्यवस्था थाना परिसर में ही होगी। पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद इस दिशा में काम शुरू हो गया है। राज्य में 9500 से अधिक सिपाहियों के रहने के लिए बैरक का निर्माण कराया जा रहा है।
इस बैरक को बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम द्वारा बनवाया जा रहा है। इनमें करीब 27 हजार सिपाहियों के रहने के लिए 300 से अधिक भवन तैयार किए जा चुके हैं। शेष का निर्माण कार्य जल्द पूरा होने की उम्मीद है। वहीं, । महिला पुलिसकर्मियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भी बैरक का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए करीब 600 थानों को चिह्नित किया गया है।
सिपाहियों के लिए जहां नए थाना भवनों ही पुलिस बैरक का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं दारोगा और थानेदार रैंक के पुलिस पदाधिकारियों के लिए थाना परिसर या उसके आसपास 1 BHK फ्लैट की तरह आवास की सुविधा मिलेगी। इसके लिए जमीन चिह्नित करने को कहा गया है।