चीन के गुआनगडोंग प्रांत में 23 से 27 सितंबर तक इंटरनेशनल एलायंस फॉर यंग इंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन का अधिवेशन आयोजित किया जा रहा है। जिसमें 80 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इस अधिवेशन में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व बिहार उद्यमी संघ के महासचिव अभिषेक कुमार कर रहे। यह तीसरा मौका है जब अभिषेक कुमार को चीन सरकार द्वारा वक्ता के रूप में बुलाया गया है, जहां पर वह भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
बिहार में उद्यमिता के विकास का किया वर्णन
आपको बता दें कि अभिषेक कुमार बिहार में 12 वषों में उद्यमिता के विकास हेतु किए गए कार्य और भारतीय उद्यमी संघ के द्वारा अब तक के किए गए कार्यों का वर्णन चीन में किया। इसके अलावा अभिषेक भारतीय उद्यमी संघ द्वारा अलग-अलग विश्वविद्यालयों में कैसे उद्यमिता फैलाया जा रहा है और युवाओं को कैसे नवीनतम तकनीक से जोड़ा जा रहा है इसपर विस्तारपूर्वक प्रस्तुतीकरण दिया। अपनी प्रस्तुतीकरण में केंद्र सरकार की नई-नई नीतियां भी शामिल रही। भारतीय उद्यमी संघ अप्रैल में स्थापित वैश्विक संगठन इंटरनेशनल एलायंस फॉर यंग इंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन के संस्थापक सदस्यों में से एक है, जिसकी स्थापना चीन की राजधानी बीजिंग में हुई थी। अभिषेक कुमार को इस संगठन के प्रथम परिषद की बैठक में दूसरी बार चीन सरकार ने अपने आमंत्रित किया है।
भारत और चीन के बीच स्टार्टअप को बढ़ाने पर दिया जोड़
अधिवेशन में अभिषेक कुमार के वक्तव्य का विषय Synergistic Innovation for Mutual Development है। उनके भाषण का मुख्य केंद्र बिन्दु नवाचार के सहयोग से व्यापार को बढ़ाना। उसकी भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में सहयोग की जरूरत एवं उद्यमिता के क्षेत्र में बिहार उद्यमी संघ के योगदान के बारे में है। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि भारत और चीन के स्टार्टअप के बीच कॉपरेशन बढ़ाने की जरूरत है। जिससे इनोवैशन, नवीनतम तकनीक तथा स्ट्रेंगथ का एक दूसरे के बीच आदान प्रदान हो सके। इसके अलावा उन्होंने देश के प्रतिनिधियों को ये सुझाव दिया कि वे इननोवेसन के लिए एक अलग से सेंटर बनाए और स्टार्टअप को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए एक निधि/पूंजी का भी निर्माण करें।