गिरिडीह के सदर प्रखंड के चैताडीह कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में बुधवार की अहले सुबह शॉर्ट सर्किट से आग लग गयी। आगलगी की घटना के बाद बुधवार की सुबह छात्राओं के परिजन भी कस्तूरबा गांधी विद्यालय छात्रावास पहुंचे और अपने बच्चियों को वापस ले जाने लगे। घटना को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने कहा की हालात को सामान्य करने के लिए फिलहाल दो दिनों के लिए करीब चार सौ छात्राओं को घर भेजा रहा है। जिसे पूरे हालात को संभाला जा सके और बालिका विद्यालय परिसर में नवनिर्मित नए भवन में पुराने भवन को शिफ्ट किया जा सके। आग कस्तूरबा गांधी विद्यालय के भीतर पहले तल्ले में छात्राओं के छात्रावास के बगल स्टोर रूम में लगा।
स्टोर रूम के बगल में ही था कई बच्चियों के हैं कमरे
आग इतना भीषण थी की पल भर में ही पूरे स्टोर रूम को अपने चपेट में ले लिया। हैरानी की बात तो यह भी रहा की जिस स्टोर रूम में आग लगा। उसके बगल में ही गर्ल्स स्टूडेंट के कई कमरे थे। और घटना के दौरान भी हर कमरे में स्टूडेंट भरे हुए थे। आग लगने के बाद अफरा तफरी मची। वार्डन सीमा कुमारी ने सारे स्टूडेंट को बाहर निकलना शुरू की। जबकि स्टोर रूम में पड़े सारे किताब कॉपी के साथ स्टूडेंट के सारे समान जल कर राख हो गए। जिसका वितरण स्टूडेंट के बीच होना था। लेकिन पूरा परिसर धुआं से भर चुका था। इसके बाद वार्डन ने सबसे पहले फायर ब्रिगेड को घटना की जानकारी दी। लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी करीब आधा घंटा देर से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पहुंचा। और आग को काबू पाने में जुट गया।
घटना के वक्त किसी अधिकारी ने फोन तक नहीं उठाया
इस बीच घटना की जानकारी कई वरीय अधिकारियों को भी दिया गया। लेकिन किसी अधिकारी ने देर रात दो बजे के बाद कोई कॉल तक रिसीव नहीं किया। आग कितना भयवाह था, यह इसी से समझा जा सकता है की बुधवार की सुबह तक स्टोर रूम में लगी आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा था। इस बीच जिला शिक्षा पदाधिकारी विनय कुमार भी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पहुंचे, और घटना की जानकारी ली। इधर आग बुझाने में जुटे अग्नि शमन के कर्मियों का कहना था की इस भवन में आग से सुरक्षा के कोई यंत्र नही लगे है। और न ही आपात हालत में बाहर निकलने का कोई और रास्ता ही है।