नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर बिहार में सियासी पारा हाई है। जदयू ने आज नए संसद के उद्घाटन के विरोध में उपवास करने जा रही है। उद्घाटन में राष्ट्रपति द्वारा नहीं किए जाने को लेकर विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार भी किया है। बीते दिन को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए संसद एक निर्माण और उसपर खर्च किए गए पैसे को लेकर सवाल उठाया था। उनका कहना था कि नए संसद की क्या जरूरत है। नीतीश कुमार के बयान के बाद भाजपा की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह में नीतीश कुमार को एक पुरानी बात याद दिलाई।
नए संसद पर सियासत, उद्घाटन के विरोध में JDU का उपवास
नीतीश याद करें हाईकोर्ट के बात
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि जब हाईकोर्ट ने पटना म्यूजियम पर टिप्पणी की थी क्या वह दिन नीतीश कुमार भूल गए। जब न्यायालय ने कहा था कि यह बेफिजूल खर्ची है। उन्होंने कहा कि संसद भवन जर्जर हो गया था, कभी भी हादसा हो सकता था 25 साल पहले ही उसे रिजेक्ट किया गया था। वही नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार के शामिल ना होने पर भी गिरिराज सिंह ने पानी प्रतिक्रिया दी। गिरिराज सिंह ने कहा कि गांव की एक कहानी है कि जब रोने का मन होता है तो आंख में गढ़ा छुट्टी। नीतीश कुमार को अभी नीति आयोग गड़बड़ दिखेगा। केंद्र सरकार यदि पैसा ना दे तो बिहार की बत्ती बुझ जाएगी।