RANCHI : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि फरेबियों की सरकार है। सरकार में अपराध चरम पर है। भ्रष्टाचार में सरकार आकंठ डूबी हुई है। मुख्यमंत्री के पीछे ईडी पड़ी हुई है। यह ऐसी सरकार है, जहां शराब माफिया, लैंड-सैंड माफिया दनदना रहे हैं, ऐसी सरकार को जाना चाहिए।
नड्डा रांची के हरमू मैदान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की संकल्प यात्रा के समापन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस आदिवासियों के नाम पर राजनीति करती है। आदिवासियों को जितना नुकसान हेमंत की सरकार में हुआ है, उतना पहले किसी दूसरी सरकार में नहीं हुआ है। इस सरकार का जाना तय है लेकिन झारखंड की भोली जनता एक बात समझ ले भाजपा की सरकार जब सत्ता पर बैठती है तो जनता की सेवा के लिए बैठती है। जब जेएमएम और कांग्रेस के लोग सत्ता पर बैठते हैं तो अपनी सेवा के लिए बैठते हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने हेमंत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर तोड़े जा रहे हैं। शिव बारात को रोका जाता है। ऐसी सरकार जो तुष्टिकरण से युक्त हो, भ्रष्ट हो उसे वापस नहीं आने देंगे। एक समय था जब भाजपा की सरकार थी तो नक्सल पर नियंत्रण था। आज नक्सलियों की हालत क्या है। वह दनदना रहे हैं। आज राज्य में रेप हो रहा है। लूट हो रही है। यह जंगल राज बनाकर रखा है। मैं बाबूलाल और भाजपा को बधाई देना चाहता हूं कि सही पर बाबूलाल ने जनता को जगाया है।
राज्य के हिस्से जो काम आया उसका बंटाधार हुआ
नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि झारखंड में सात हजार सात सौ 91 किमी की हाइवे है। एक हजार एक सौ करोड़ की लागत से एम्स बनाकर दिया। चार साल के अंदर देवघर का मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हुआ। जो काम प्रदेश के हाथ पड़ा उसका बंटाधार हो गया लेकिन मोदी के हाथ जो काम लगा उसका विकास हो गया। विश्व स्तर का रेलवे स्टेशन बनकर आयेगा यह तय है। जेपी नड्डा ने गोड्डा, गढ़वा, देवघर और रांची में होने वाले विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने पीएम मोदी का रिपोर्ट कार्ड आपके सामने रखा है।
आदिवासियों के नाम पर सिर्फ वोट की राजनीति
उन्होंने कहा कि आदिवासियों की चर्चा तो बहुत लोगों ने की लेकिन जनजातीय गौरव दिवस के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मनाने का फैसला लिया। हम यहां के बारे में सुनते थे लेकिन मौजूदा सरकार ने कभी यहां का दर्द नहीं समझा। अटल बिहारी वाजपेयी थे, जिन्होंने झारखंड की स्थापना की। झारखंड में अटल बिहारी वाजपेयी हमेशा याद किए जायेंगे। हेमंत सोरेन ने ट्राइबल की चर्चा की। इसी नाम पर वोट मांगे और जितना नुकसान हेमंत सरकार ने आदिवासियों का किया उतना किसी ने नहीं किया।
हेमंत सरकार ने वोट की राजनीति के लिए धर्मांतरण पर आंख मूंद ली
जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा की सरकार और भाजपा के कार्यकर्ता जब सत्ता पर बैठते हैं, तो लोगों की सेवा के लिए बैठते हैं। लोगों के काम करने के लिए बैठते हैं। झारखंड की तस्वीर और तकदीर बदलने के लिए बैठते हैं लेकिन जब झामुमो के लोग सत्ता पर बैठते हैं, तो वो अपनी सेवा के लिए बैठते हैं। मेवा खाने के लिए बैठते हैं। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने वोट की राजनीति के लिए धर्मांतरण पर आंख मूंद ली। वोट की राजनीति, धर्मांतरण पर मौन स्वीकृति देना यह बताता है कि वह वोट के लिए हर कुछ करने के लिए तैयार है। ये बताता है कि हेमंत सोरेन को आदिवासियों की संस्कृति की नहीं सिर्फ वोट की चिंता है।