RANCHI : सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले क्लास एक से आठ के बच्चों को पीएम पोषण योजना के तहत मिड डे मील में रागी (मड़ुआ) का हलवा दिया जाएगा। अतिरिक्त पोषाहार उपलब्ध कराने को लेकर राज्य सरकार के इस प्रस्ताव पर केंद्र ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके तहत बच्चों को रागी का हलवा या लड्डू सप्ताह में एक दिन मिलेगा। साथ ही इसका लाभ वर्ष में छह माह जुलाई से दिसंबर माह तक मिलेगा।
प्रति बच्चा 4.15 रुपये खर्च होंगे
केंद्र ने हाल ही में नई दिल्ली में हुई योजना की बैठक में इसपर स्वीकृति प्रदान की। केंद्र द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार, मध्याह भोजन के साथ प्रत्येक बच्चे को 50 ग्राम रागी का हलवा या लड्डू मिलेगा। इसपर प्रति बच्चा 4.15 रुपये की दर भी तय कर दी गई है। केंद्र ने इसके लिए वर्ष 2023-24 में 3084.10 लाख रुपये के बजट की स्वीकृति प्रदान की है। इस बजट के विरुद्ध केंद्र सरकार 1850.46 लाख रुपये राज्य सरकार को प्रदान करेगी, जबकि 1233.64 लाख रुपये राज्य सरकार को वहन करने होंगे।
राज्य से मांगी विस्तृत रिपोर्ट
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्य सरकार के प्रस्ताव पर स्वीकृति देते हुए बच्चों की संख्या, सप्ताह में किस दिन बच्चों को रागी का हलवा या लड्डू दिया जाएगा। इसकी खरीद की प्रक्रिया, स्कूलों तक पहुंचाने की व्यवस्था आदि को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। साथ ही इसे राज्य के 19 आकांक्षी जिलों तथा एनीमिया प्रभावित जिलों में शुरू करने का सुझाव दिया है। राज्य सरकार सभी जिलों में बच्चों को इसका लाभ देना चाहती है। 3084.10 लाख रुपये के बजट को राज्य सरकार द्वारा विस्तृत रिपोर्ट देने के बाद ही केंद्रांश की राशि विमुक्त की जाएगी।
मिनरल्स से भरपूर है रागी
रागी प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्सियम सहित कई मिनरल्स से भरपूर होता है। बाकी अनाज के मुकाबले रागी में 5 से 30 गुना ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है। राष्ट्रीय पोषण संस्थान के अनुसार 100 ग्राम रागी में 344 एमजी कैल्सियम पाया जाता है। यह विटामिन डी से भी भरपूर होता है।