बिहार में बिजनेसमैन गौतम अडानी की कंपनी 8700 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। पटना में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 में अडानी ग्रुप के निदेशक प्रणव अडानी ने इसकी घोषणा की। बीते दिन बुधवार को बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 के समापन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में उन्होंने इसकी घोषणा की। बिहार में अडानी ग्रुप के निवेश को लेकर सियासत भी खूब हो रही है। महागठबंधन सरकार में शामिल दल के नेता इसे अपनी सरकार की उपलब्धि बता रहे हैं। वहीं भाजपा अडानी को लेकर पुराने बयानों पर महागठबंधन के नेताओं को घेर रही है।
BJP ने उठाया सवाल
दरअसल, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से ही महागठबंधन के नेता केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमलावर थे। केंद्र सरकार पर अडानी को फायदा पहुँचाने का आरोप भी लगा रहे थे। लेकिन अब उसी महागठबंधन के नेताओं के सुर बिहार में अडानी ग्रुप के निवेश पर बदले-बदले से लग रहे हैं। यही सवाल भाजपा के नेताओं के द्वारा भी उठाया जा रहा है। वही राजद, जदयू और कांग्रेस के नेता अडानी ग्रुप के निवेश की खुल कर तारीफ कर रहे हैं और इसके लिए अपनी सरकार की पीठ भी थपथपा रही है।
“अडानी नहीं, मोदी की नीति का विरोध”
अडानी ग्रुप के निवेश पर राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि बिहार में रोजगार और इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए उद्योगपतियों का स्वागत कर रहे हैं। बिहार में उद्योग का जाल बिछेगा तो बेरोजगारी ख़त्म होगी। उन्होंने कहा कि हम अडानी का विरोध इसलिए करते हैं कि केंद्र सरकार उनको रियायत और उदारता देती है। अडानी से हमारा विरोध नहीं है, बल्कि मोदी सरकार की नीतियों से हैं।
“बिहार में लूटने की आजादी नहीं”
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि बिहार में देश भर के उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया है। इसमें अदानी ग्रुप भी है। वो बिहार में उद्योग लगाए तो ठीक है लेकिन लूटने की आजादी यहाँ नहीं मिलेगी। लूटने की आजादी वहीं हो सकती है जहाँ भाजपा की सरकार हैं।
“बिहार में पक्षपात नहीं होता”
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि बिहार सरकार की नीति निवेशकों के पक्ष में है। यहाँ कभी ऐसा माहौल नहीं बनाया गया , जिससे निवेशकों को दिक्कत हो। दिक्कत तब होती जब किसी खास समूह के लिए पक्षपात करे। लेकिन बिहार में ऐसा नहीं है।
BJP हमलावर
भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि कोई भी व्यवस्था बिना उद्योग और उद्योगपतियों के आगे नहीं बढ़ती है। इस बात को समझने के लिए विपक्ष तैयार नहीं है। विपक्ष को तो सिर्फ राजनीति करनी है। जब अपने पर आती है तो बात समझ में आती है। आज बिहार में भी उद्योगपितियों को न्योता दिया जा रहा है।अडाणी और अन्य उद्योगपति बिहार आए, जिसके लिए नीतीश कुमार की ओर से रेड कारपेट बिछाया गया। उन्होंने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर बुरा है, जिससे कोई भी औद्योगिक घराना यहां निवेश करने से पहले दस बार सोचेगा। इसलिए सबसे पहले कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक करनी होगी।