[Team Insider] गुमला बाईपास सड़क निर्माण का कार्य पिछले 21 वर्षों से अधूरा है। बाईपास निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने से सभी राजनीतिक दलों के साथ आम जनता में भी आक्रोश उत्पन्न हो गया है।
21 वर्ष पूरे होने के बाद भी सड़क निर्माण का कार्य अधुरा
बाईपास सड़क निर्माण कार्य को लेकर कांग्रेस जिला अध्यक्ष रमेश कुमार और यूथ कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष रोहित उरांव ने जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य के पहले मुख्यमंत्री रहे बाबूलाल मरांडी ने गुमला शहर को भीड़ से निजात दिलाने के लिए वर्ष 2000 में बाईपास सड़क का शिलान्यास किया था। जो आज 21 वर्ष पूरे होने के बाद भी 13 किलोमीटर तक का सड़क निर्माण का कार्य नहीं हो सका है । जबकि राज्य में 5 मुख्यमंत्री का कार्यकाल समाप्त हो गया और छठे मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन कार्यरत है। वही कितने उपायुक्तो का तबादला भी हो गया। लेकिन किसी ने इस सड़क की सुध तक नहीं ली और अभी तक यह काम अधूरा है।
कांग्रेस पार्टी भूख हड़ताल कर करेगी आंदोलन
वहीं उन्होंने कहा कि 15 दिनों के अंदर उपायुक्त बाईपास सड़क निर्माण के लिए तिथि नहीं देते है तो कांग्रेस पार्टी भूख हड़ताल कर आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा बाईपास का कार्य पूर्ण होने से कई बेरोजगार को रोजगार के अवसर मिल जाते। वही क्षेत्र का भी विकास भी होता । दो बार सड़क का शिलान्यास हुआ और ऐस्टीमेटेड अमाउंट में वृद्धि भी हुयी | लेकिन कार्य पुरा नहीं हो सका और ना ही बीच सड़क में पड़ने वाले पहाड़ को भी हटाया गया।
बहुत ही शर्मनाक बात है: रामेश्वर उरांव
वही इस मामले पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक बात है कि 21 वर्ष बीत जाने के बावजूद 13 किलोमीटर की सड़क नहीं बन सकी। मैं गडकरी जी को पत्र लिखकर गुमला के बाईपास सड़क से अवगत कराऊंगा।