[Team insider] गुमला पुलिस ने फर्जी तरीके से कागज बनाकर पैसे ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। मंगलवार को थाना परिसर में प्रेस वार्ता का आयोजन कर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया है। एसडीपीओ मनीश चंद्र लाल ने बताया कि एक ट्रस्ट के द्वारा फर्जी तरीके से स्वरोजगार के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा था, जिस पर पुलिस ने ट्रस्ट के मुखिया यूपी के देवरिया निवासी अखिलेश सिंह कुशवाहा, सहायक मंसू लोहरा और प्रदीप कुमार नाग को गिरफ्तार किया।
लोन देने के नाम पर लाखों रुपए वसूला
पूरे मामले की जांच में यह खुलासा हुआ कि फर्जी तरीके से यह ट्रस्ट काम कर रही है और गुमला के पोद्दार धर्मशाला में सोमवार को कैंप लगाकर भोले भाले लोगों से लाखों रुपए वसूला गया था। पुलिस ने 2,12,370 रुपैया बरामद किया है। इसके अलावा एक मोबाइल 21 लोगों को लोन देने के नाम पर बनाया गया।
कई जगहों पर भी इन्होंने लोगों से की है ठगी
दस्तावेज, फर्जी कंपनी का 4 मोहर एनजीओ का कैश मेमो बैंक का चेक बुक सहित अन्य कागजात जब्त किए हैं। इस संबंध एसडीपीओ ने बताया कि गुमला के अलावा अन्य जगहों पर भी इन्होंने भोले भाले लोगों को ठगी की है, जिस दिशा में पुलिस आगे कार्रवाई कर रही है।
सम्मानित होंगे छापामारी दल के सदस्य: एसडीपीओ
एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने कहा कि ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने वाले थाना प्रभारी विनोद कुमार, विमल कुमार, सुदामा राम मोहम्मद मुजम्मिल, आशीष भगत को सम्मानित किया जाएगा।