फीफा विश्व कप अंडर-17 के लिए भारतीय महिला टीम की घोषणा की जा चुकी है। जिसमे गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड के बनारी गोररा टोली की रहने वाली अष्टम उरांव को राष्ट्रीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है। जिससे परिजन सहित पूरे बिशुनपुर प्रखंड में खुशी की लहर छा गई है।
पूरे दुनिया में अपने प्रतिभा के दम पर नाम कर रही है रौशन
इस मौके पर राष्ट्रीय टीम के कप्तान अष्टम उरांव के पिता हीरालाल उराव ने कहा कि आज मुझे अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। जो पूरे दुनिया में अपने प्रतिभा के दम पर नाम रौशन कर रही है। उन्होंने बताया कि गरीबी के कारण किसी प्रकार वह अपने बच्चों का परवरिश किए परंतु शिक्षा एवं संस्कार देने का भरपूर प्रयास किया। जिसका नतीजा आज सामने है। बिशुनपुर जैसे जगहों में खेल का कोई सुविधा नहीं होने के बावजूद वह आज भारतीय महिला टीम का कप्तान बन गई। इससे मुझे काफी गर्व महसूस हो रहा है।
वहीं अष्टम उराव की मां तारा देवी ने बताया कि अष्टम शुरू से ही एक जुझारू बच्ची है वह जिस काम को ठान लेती है उसे पूरे मन के साथ करती है। यही वजह है कि आज वह इस मुकाम तक पहुंच पाई है। उन्होंने कहा कि मैं अपने सभी बच्चों को माड़ भात बोथल भात खिला खिला कर परवरिश की हूं।
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कप्तान बनकर निश्चित ही वर्ल्ड कप जीत कर आयेगी
इस मौके पर अष्टम उरांव को बधाई देते हुए राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने कहा कि अष्टम उरांव का कप्तान बनना बिशुनपुर सहित पूरे झारखंड राज्य के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में झारखंड का डंका पूरे विश्व में बज रहा है क्रिकेट की दुनिया में झारखंड के महेंद्र सिंह धोनी ने अपने कप्तानी में कई विश्वकप दिलाएं वहीं अब बिशुनपुर की बेटी अष्टम उरांव ने महिला अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टीम की कप्तान बनकर निश्चित ही वर्ल्ड कप जीत कर आयेगी।
वही चैनपुर की रहने वाली सुधा अंकिता तिर्की टीम में शामिल होकर ना सिर्फ गुमला का नाम रोशन की है बल्कि पूरे देश का नाम रोशन की है, इधर टीम में सुधा अंकिता तिर्की का नाम आने पर गुमला में सभी जगह हर्ष का माहौल है जबकि चैनपुर के सभी लोगों के द्वारा खुशी जाहिर की जा रही है।