[Team Insider] हजारीबाग के इचाक मोड़ पर श्री क्लिनिक एंड डायग्नोसिस सेंटर पर गुस्साई भीड़ ने सोमवार को जमकर तोड़फोड़ की। परिजनों ने नर्सिंग होम पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
अस्पताल ने की लापरवाही
दरअसल सुदामा देवी का इलाज अस्पताल में चल रहा था और बच्चा दानी का ऑपरेशन करना था। डॉक्टर ने ऑपरेशन भी किया। लेकिन ऑपरेशन में इन्फेक्शन हो गया। डॉक्टरों के द्वारा 15 दिनों तक अस्पताल में ही इलाज किया गया और जब स्थिति बहुत खराब हो गई। तो उसे रांची के निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। रेफर करने के महज कुछ घंटे के अंदर ही सुदामा देवी की मौत हो गई।
परिजनों ने की तोड़फोड़
मृतक सुदामा देवी इचाक बरखा की रहने वाली है। जिसके 3 बच्चे भी हैं। ऐसे में परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण यह घटना घटी है। इससे एक पूरा परिवार उजड़ गया है। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की। वंही इस मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया और शव को हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
पहले से भी है मामला दर्ज
इचाक थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि पहले ही इस अस्पताल के खिलाफ शिकायत किया गया है। एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई भी कर रहे हैं। इस मामले पर भी कार्रवाई होगी और अगर अस्पताल प्रबंधन की ओर से तोड़फोड़ को लेकर शिकायत किया जाएगा। तो इस मामले पर भी कार्रवाई किया जाएगा।