पश्चिम चंपारण में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश की वजह से आधा दर्जन पहाड़ी नदियां ऊफान पर है। माधोपुर, अहरार पिपरा और बेलवा गांवों के करीब 50 घरों में बारिश का पानी घुस गया है। घरों में एक से दो फीट पानी घुसने से कई लोगों के खाद्यान्न नष्ट हो गए हैं। लोग सुबह तीन बजे से ही खुद के साथ-साथ घरों का सामान बचाने में लगे हुए है। भोड़हा नदी में बाढ़ से दो भागों में बंटे अहरार पिपरा गांव के लोगों का एक दूसरे से संपर्क भंग हो गया है। शनिवार को दोपहर तक पंडई, हड़बोड़ा, भोड़हा, द्वारदह नदियां विकराल रूप में प्रवाहित होती रहीं। उसके बाद से धीरे-धीरे जलस्तर बढ़ने लगा है। माधोपुर के वार्ड नंबर पांच और छह के लगभग 30 घरों में पानी घुस गया।
उधर, अहरार पिपरा में भोड़हा नदी का पानी एक दर्जन घरों में घुस गया है। मुरली भरहवा और अमोलवा के बीच मुख्य पथ पर दो फीट पानी बह रहा है। जिसकी वजह से सड़क बाधित रहा। हड़बोड़ा नदी की पानी से बेलवा गांव के दर्जनों घर प्रभावित हुए हैं। वहीं कटहा नदी में बाढ़ से मरजदी और मरजादपुर के बीच का संपर्क भंग हो गया है। वहां पुल कई वर्ष पहले ध्वस्त हो चुका है। ग्रामीण चंद्र किशोर महतो, हेमंत कुमार, हेमराज महतो, अनिल कुमार ने बताया कि नदी में बाढ़ से गांव के बाहर निकलना बंद हो गया है। माधोपुर की मुखिया मंजुला मिश्रा प्रभावित ग्रामीणों की स्थिति का जायजा ली है। पीड़ितों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण कराया गया है। अंचलाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि स्थल का जायजा लेने के लिए कर्मचारियों को भेजा गया है। पीड़ितों को सरकारी स्तर पर मदद का प्रयास किया जाएगा।