[Team Insider] विनोबा भावे यूनिवर्सिटी के विवेकानंद सभागार में नवम दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। बता दें कि यह पहला मौका है जब 4 माह की अवधि में कुलाधिपति सह राज्यपाल का दूसरी बार आगमन हुआ । दीक्षा समारोह में राज्यपाल 2:30 बजे पहुंचे। यहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया । इसके बाद दीक्षा समारोह का उद्घाटन किया गया। राज्यपाल रमेश बेस ने दीक्षा समारोह की स्मारिका का विमोचन किया।
राज्यपाल द्वारा विद्यार्थियों को दी गई डिग्री
बता दें कि यह आयोजन विवेकानंद सभागार में हुआ। और यह पहला मौका है कि जब बिनोवा भावे यूनिवर्सिटी में दीक्षा समारोह का आयोजन सभागार में किया गया । विनोबा भावे यूनिवर्सिटी हजारीबाग के नौवें दीक्षांत समारोह में 50 डिग्री धारकों को बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने डिग्रियां बांटी । कुल 200 विद्यार्थियों को डिग्रियां दी गई। जिसमे से राज्यपाल ने 50 विद्यार्थियों को डिग्री दी। वही उनके नाम लॉटरी सिस्टम से चुने गए थे। इनमें 20 पीएचडी और अन्य पीजी वोकेशनल के विद्यार्थी थे। वहीं अन्य को विश्वविद्यालय और कॉलेज की ओर से उपाधि बाटी गई।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को अच्छे लक्ष्य हासिल करने के लिए किया प्रेरित
वही इस दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने शामिल होकर खुशी जाहिर की और सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा शिक्षक लोगो को अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाते है। ये विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक और उत्साहवर्धक है।दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय द्वारा अपने विद्यार्थियों के शैक्षणिक उपलब्धि को औपचारिक रूप से स्वीकार किया जाता है। इसलिए जिन विद्यार्थियों ने इसे हासिल किया है उनके सम्मान में इस आयोजन को मनाने के लिए सभी यहाँ जमा हुए हैं। यह विद्यार्थियों को अच्छे लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित करता है।
हमारी बेटियां पढ़ रही है और आगे बढ़ रही है
यही से जिंदगी की कौशल की शुरुवात होती हैं। विद्यार्थियों के सामने उनका सुनहरा भविष्य इंतजार कर रहा है। विश्वविद्यालय का उद्देय मानवीय मूल्यों को विस्तार करना है। उसे व्यापक समाज तक फैलाना होता है। वही उन्होंने कहा बालिकाओं की बड़ी संख्या दिखाई दे रही है । यही नए भारत की बेटियां हैं जो अपनी क्षमता और दक्षता और प्रतिबद्धता से विकास की नई इबारत लिख रही है। हमारी बेटियां पढ़ रही है और आगे बढ़ रही है । हम चाहे तो मेहनत के बल पर अपना भाग्य खुद लिख सकते हैं। यह कहते हुए खुशी हो रही है की विश्वविद्यालय अपने को राज्य स्तर पर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय फलक पर उत्कृष्ट विश्वविद्यालय की श्रेणी में लाने की दिशा में कोशिश कर रही है ।