[Team insider] हजारीबाग के बरही में हुए रुपश पांडे के संदिग्ध मौत को लेकर अब राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो रविवार को हजारीबाग के बरही प्रखंड के नईटाड पहुंचकर रूपेश पांडे के परिजनों से मुलाकात किया। इसके साथ ही कई वरीय अधिकारियों से घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली है।
सरकार बच्चों को प्रताड़ित न करें
प्रियंक कानूनगो ने पत्रकारों से कहा कि बरही में हुए जघन्य हत्याकांड में जान गंवा चुंके बालक को न्याय दिलाने के उद्देश्य से यहां पर अपनी इंक्वायरी संपादित करने का काम किया है। सभी तथ्यों को अपनी जांच रिपोर्ट में शामिल करेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि मृतक बालक से सम्बंधित किसी भी गवाह को प्रताड़ित नही किया जाएगा। घटना के बाद सरकार बच्चों को प्रताड़ित न करें।
न्याय दिलाने के लिए आयोग उनके साथ
देश में बच्चों के अधिकारों को संरक्षित करने के लिए न्याय किशोर अधिनियम लागू है। उसके प्रावधानों का पूर्ण रूपेण अनुपालन हों, यह सुनिश्चित करवाने का काम बाल आयोग करेगा। उन्होंने पीड़ित परिवार से कहा कि उन्हें न्याय दिलाने के लिए आयोग उनके साथ है। न्याय और हक की लड़ाई लड़ने के लिए हम उनको सुरक्षा व संरक्षा के लिए तत्पर है। जांच के दौरान उन्हें कुछ तथ्य मिलें है, जो न्याय किशोर अधिनियम प्रावधान के विपरीत है।