[Team insider] रुपेश पांडे मॉब लिंचिंग के बाद हत्या मामले का विवाद अब राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी लगातार इस मामले को लेकर हेमंत सरकार पर अक्रामक हो रही है। ऱाज्य भर में विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। वहीं सोमवार को राष्ट्रवादी विचारक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने रुपेश के परिजनों से आकर मुलाकात की और राज्य सरकार पर जमकर हमल बोला।
उपासना पद्धति के कारण कर दी हत्या
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से रुपेश पांडे की एक समुदाय विशेष ने हत्या की है, वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। इसलिए मैं कहता हूं कि हत्या किन कारणों से की गई, यह महत्वपूर्ण नहीं है। सवाल यह है कि एक हत्या हुई। यह कोई आपसी दुश्मनी या संपत्ति का नहीं, बल्कि सिर्फ उसकी उपासना पद्धति के कारण उसकी हत्या कर दी गयी।
जो भी जांच होनी चाहिए, वह क्यों नहीं हुई
राज्य सरकार किसी की भी हो, किसी पार्टी की हो। इस देश का संविधान कुछ खास लोगों के लिए नहीं है। इसमें जो भी जांच होनी चाहिए, वह क्यों नहीं हुई। क्यों इन लोगों पर दबाव बनाए जा रहे हैं। क्यों यह कहा जा रहा है कि सारे हिंदू मर गए तुमने क्या किया। इस तरह की बातें अगर किसी भी सरकार में होती है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।
50-50 लोगों को FIR
उन्होंने कहा कि हिंदू और मुसलमान का एक अलग विषय हो सकता है, लेकिन यह हत्यारा नहीं पकड़ा जा रहा है और उसी परिवार को दबिश डाल रहे हैं। 50-50 लोगों को FIR में लिख रहे हैं और साथ में जो खड़े हैं उनको आप डरा रहे हैं। फिर यह समझ में आता है कि मुझे इस देश में क्या न्यायपालिका और क्या पुलिस चाहती है कि एक आम आदमी को जिसे संविधान पर भरोसा, उसके साथ यदि पक्षपात होगा तो क्या लोग सड़कों पर उतर कर न्याय मांगेंगे।
लोग सड़कों पर खुद न्याय करेंगे
देश की व्यवस्था संविधान की रखवाले इस बात का ध्यान रखें कि अगर ऐसा हुआ तो फिर लोग सड़कों पर खुद न्याय करेंगे। फिर फैसला वह खुद ही तय करेंगे, इस किसी को कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए कि संविधान का पालन नहीं किया जाता है। इसके बावजूद भी रुपेश, अंकित, निकिता तोमर की हत्या हो रही हो। आप किसी के दबाव में रहे हैं। याद रखिए 90 करोड़ सनातनी हिंदू हिंदुओं का दबाव इस देश के व्यवस्था को खलबली मचा सकता है। फिर इसके लिए व्यवस्था और पुलिस जिम्मेदार होगी।