बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इन दिनों चर्चा में हैं। वैसे तो उन पर कई मामले पहले से चल रहे हैं, लेकिन तीन जुलाई को CBI ने उनके खिलाफ लैंड फॉर जॉब स्कैम में चार्जशीट दायर की है। अब इसी चार्जशीट पर बुधवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होगी। इसी सुनवाई में यह तय होगा कि चार्जशीट एक्सेप्ट करने लायक है या नहीं। वैसे कई लॉ के जानकार यह बता रहे हैं कि अगर चार्जशीट एक्सेप्ट हो गई तो तेजस्वी यादव की मुश्किल बढ़ जाएगी। क्योंकि तब उन्हें जमानत लेनी पड़ सकती है।
तीन लोग पहले से जमानत में
लैंड फॉर जॉब्स मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मुश्किलें अब बढ़ रही हैं। लेकिन उनके परिवार के लोग पहले ही इसमें फंसे हुए हैं। इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू यादव, बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बेटी सांसद मीसा भारती जमानत पर हैं। अब जिस नए केस में तेजस्वी का नाम आया है, उसमें भी लालू और राबड़ी को आरोपी बनाया गया है।
इसी मामले पर नहीं चल रही विधानसभा
बिहार में विधानसभा का सत्र चल रहा है लेकिन तेजस्वी यादव पर आरोपों ने सदन में हंगामा खड़ा कर रखा है। दरअसल, लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए कथित तौर पर हुए जमीन के बदले नौकरी घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। इस केस में तेजस्वी यादव का नाम पहले नहीं था। जांच एजेंसी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में उनका नाम जोड़ा है। तेजस्वी का नाम जुड़ते ही भाजपा डबल चार्ज हो गई है और विधानसभा में लगातार तेजस्वी के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही है।
लैंड फॉर जॉब केस में तेजस्वी पर आरोप
तेजस्वी यादव पर आरोप है कि उनके नाम पर उन संपत्तियों की रजिस्ट्री है, जिसे लालू यादव ने रेल मंत्री रहते नौकरी देने के बदले में लोगों से लिखवाई थी।