Jharkhand Assembly Election 2024: 13 और 20 नवंबर को झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है, ऐसे में हाई प्रोफाइल सीटों पर सबकी नजर है। इसके अलावा झारखंड विधानसभा चुनाव में कई बड़े नेताओं, मंत्रियों और पुराने विधायकों के साख दाग पर लगी हुई है, इनमें आज जानेंगे दुमका विधानसभा सीट, बोरियो विधानसभा सीट, पाकुड़ विधानसभा सीट, जामा विधानसभा सीट और नाला विधानसभा सीट पर क्या स्थिति है।
दुमका विधानसभा सीट से पिछले चुनाव में इस सीट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जीते थे, इसके बाद उन्होंने सीट छोड़ दी थी। उपचुनाव में हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन चुनाव जीते और विधायक बने, कहा जा रहा है इस बार भाजपा इस सीट से किसी बड़े चेहरे को मैदान में उतारकर दुमका का सियासी पारा बढ़ा सकती है। इसके अलावा बोरियो विधानसभा सीट पर पिछले चुनाव में JMM के टिकट से लोबिन हेंब्रम चुनाव जीते थे, इसके बाद वे पार्टी छोड़ BJP में शामिल हो गए। हालांकि वे इस सीट से 2000 से अब तक झामुमो से तीन बार के विधायक रह चुके हैं, ऐसे में भाजपा से उन्हें दावेदार बनाकर JMM का खेल बिगाड़ सकती है।
पाकुड़ विधानसभा सीट से 2019 के चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम चुनाव जीते थे, इसके बाद वे टेंडर और कमीशन घोटले में जेल चले गए। राजनीतिक गलियारे में इसको लेकर चर्चा है कि क्या कांग्रेस उन्हें ही फिर से चुनाव में उतारेगी या फिर नया उम्मीदवार चुनेगी। इधर जामा विधानसभा सीट से 2019 के चुनाव में झामुमो की सीता सोरेन से चुनाव जीती थीं, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले वे झामुमो छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गईं। चूंकि सीता सोरेन के जाति प्रमाण पत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया, ऐसे में पार्टी इस सीट से उनकी बेटी जयश्री सोरेन को चुनाव लड़वा सकती है। इसी के साथ नाला विधानसभा सीट, विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो की सिटिंग सीट है, वे झारखंड गठन के बाद से इस सीट से 3 बार विधायकी का चुनाव जीते हैं। साल 2014 से लगातार दो बार चुनाव जीतकर वे जनता के दिलों पर राज कर रहे है, ऐसे में इस बार सबकी नजर इस बात पर है कि क्या महतो इस सीट भी जीत की हैट्रिक बना पायेंगे।