बिहारशरीफ के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और पटना के तत्कालीन डीएसपी शिबली नोमानी पर विभागीय कार्रवाई होगी। नोमानी पर आरोप है कि गलत तरीके से केस चलाकर निर्दोष लोगों को जेल भेजा था। 2017 के मामले में डीएसपी शिबली नोमानी दोषी पाए गए हैं। गृह विभाग ने डीएसपी पर विभागीय कार्रवाई चलाने का निर्देश दिया है। इस पत्र के अनुसार 10 दिनों में डीएसपी को सामान्य प्रशासन विभाग के मुख्य जांच आयुक्त के यहां उपस्थित होना है।
नोमानी ने तीन मामलों में की थी गड़बड़ी
शिबली नोमानी पर आरोप है कि उन्होंने तीन मामलों में गड़बड़ी की थी। जिसमें दो मामला बुद्धा कॉलोनी थाने का और एक मामला कोतवाली थाने से जुड़ा हुआ है। इन मामलों में पटना में डीएसपी रहते अपने पद का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है। इन मामलों में प्रयाप्त सबूत नहीं रहने के बावजूद भी केस को सही साबित कर दिया था। जिसके चलते 4 लोगों को सजा हुई थी उनको जेल जाना पड़ा था। इस मामले में गृह विभाग से इसकी लिखित शिकायत की गई थी। यह शिकायत जेल गए मुकेश राय के परिजनों ने की थी। इसके बाद गृह विभाग ने मामले की जांच अपने स्तर से कराई। इसमें डीएसपी दोषी पाए गए।