बिहार में लगातार बारिश हो रही है। इसके कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। वहीं, पूर्णिया में लगातार 3 दिनों से हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर है। बायसी में बहने वाली महानंदा, कनकई और परमान जैसी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। यहां हालत भयावह है। नदियों से घिरे बायसी प्रखंड के ताराबाड़ी में कटाव में एक मस्जिद का ढांचा ताश की पत्तों की तरह महज चंद सेकेंड में कनकई नदी में समा गया।
जलप्रलय के बीच से एक मामला सामने आया है, जहां कनकई की तेज बहाव मस्जिद के ढांचे की सतह से आकर टकराती है। इसके बाद देखते ही देखते ये ढांचा चंद सेकेंड में कनकई की लहरों में जल समाधि ले लेता है। वीडियो के 7वें सेकेंड पर ढांचे में हलचल दिखाई देती है। फिर महज चंद सेकेंड में ये ढांचा पानी में समा जाता है। कनकई के इस कहर से ताराबाड़ी के लोग पूरी तरह सहमें हैं।
गांव के मुखिया ऐजाज अंजूम कहते हैं कि यहां के लोग हर साल नदी कटाव के कारण पलायन करते हैं। वे लोग पिछले 50 सालों से नदी कटाव का दंश झेलते आ रहे हैं। हमारी जो भी कमाई होती है, वह बाढ़ में ही बह जाती है। हमें हर साल नए सिरे से जिंदगी शुरू करनी पड़ती है। सरकार के द्वारा नदी कटाव को रोकने का अब तक स्थायी समाधान नहीं ढूंढा जा सका है। हर साल नदी हमारे अनेक परिवारों के घर और जमीन बहा ले जाती है। जानकारी देते हुए सीओ गणेश पासवान ने बताया कि तेज कटाव की जानकारी मिली है। इसकी रिपोर्ट आपदा विभाग को भेज दी गई है और जांच कर पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाएगा।