झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने वर्तमान की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया था। इस दौरान उन्होंने जमकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा।
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना
प्रेस कॉन्फ्रेंस के इस दौरान उन्होंने जमकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि बीजेपी ने सरकार को रचनात्मक सहयोग किया है। हमने हेमंत सरकार को हमेशा सचेत किया मगर सरकार को अच्छा नहीं लगा। हमने डेढ़ साल पहले ही सीएम को साहिबगंज मे हुए अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था अगर उस समय मुख्यमंत्री संज्ञान ले लेते तो आज यह दिन ना देखना पड़ता।
डेढ़ साल पहले बाबूलाल ने सीएम को लिखा था पत्र
आगे पूर्व सीएम बाबूलाल ने कहा डेढ़ साल पहले हमने सीएम को पत्र लिखा था कि साहिबगंज में अवैध खनन हो रहा है। जहाज से पत्थर को पार कराया जाता है। शॉर्टकर्ट रास्ते से पत्थार पार कराया जाता था। 24 घंटे जहाज को चलाया जाता था। किसी भी वाहन को चलाने के लिए एक लिमेटेशन होता है उसपर कितने लोग चढ़ेंगे औऱ कितना सामना जाएगा। लेकिन वह भी अवैध तरीके से होता रहा। उसी समय अगर सीएम मेरे पत्र पर संज्ञान लिया होता तो आज यह दिन देखना नहीं पड़ता। लेकिन उन्होंने समझा कि किसी सड़क छाप ने यह पत्र लिखा है इसलिए मेरी बातों पर ध्यान नहीं दिया। उसी समय अगर वह वहां के माइनिंग अफसरों पर कार्रवाई करते तो आज इतना अवैध खनन ना हुआ होता।
यह भी देखें: Bokaro: पंचायती राज अधिकारी का शव बरामद, आत्महत्या की आशंका
सीएम लाचार हो गये हैं इसलिए बिचौलिए फायदा उठा रहे हैं
बाबूलाल ने कहा डीएसपी अधिकारियों का ट्रांसफर होता है। उन्हें विलोपित भी किया गया। मैं सीएम रहा हूं और मुझे पता है यह सब कैसे होता है। लेकिन नोटिफाय होने के बाद भी अधिकारियों को विलोपित किया गया। यह सब दलाल और बिचोलियों के जरिए हो रहा है। सीएम बिल्कुल लाचार है इसलिए बिचौलिये अपना हाथ साफ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के इतर कोई सत्ता का संचालन कर रहे हैं तभी राज्य में लूट मची है। सब लोग पकड़े जा रहे है, जेल जा रहे है, उनसे पूछताछ हो रही है तो सीएम को बुरा लग रहा है। दलालों के घर एके-47 राइफल मिलता है। सीएम की सुरक्षा में लगे अधिकारियों का राइफल दलाल के पास मिलता है तो इससे साफ है कि इनका प्रभाव सीएम से भी ज्यादा है। तो इसका भुगतान तो हेमंत सोरेन को भुगतना ही पड़ेगा। ईडी ने सीएम को सम्मन भेजा तो वह कह रहे हैं कि वह आदिवासी है। आप आदिवासी हैं तो आपको राज्य को लूटने का हक नहीं है। आपको राज्य को चलाने दिया गया है। जनता सब जानती है 3 साल से क्या हो रहा है।