CHAIBASA : चाईबासा में झारखंड पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों द्वारा पिछले कई महीनों से नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाई जा रही है। इस बीच कई बार सुरक्षा बल के जवान नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखे गए IED बम की चपेट में आ जाते हैं। जिससे उन्हें भारी नुकसान होता है। अब एक बार फिर से ऐसी ही खबर सामने आई है। दरअसल, चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ बीते शुक्रवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबल के जवान फिर से IED बम ब्लास्ट की चपेट में आ गए है इस हादसे में गंभीर रुप से घायल एक जवान वीर गति को प्राप्त कर गए है वहीं दो अन्य जवान भी घायल हुए है जिसमें से एक गंभीर रुप से घायल जवान को इलाज के लिए रांची लाया गया जबकि एक अन्य जवान चाईबासा में ही है जिन्हें हल्की चोटें आई है। ।
आपको बता दें, जिले में हुए IED ब्लास्ट में CRPF 60 बटालियन के बम निरोधक दस्ते के कांस्टेबल संतोष उरांव वीरगति को प्राप्त हुए हैं। संतोष उरांव CRPF के 60 बटालियन के बम निरोधक स्कॉड में कार्यरत थे। वही इस ब्लास्ट में CRPF 60 बटालियन के ही सेकंड इन कमान एजेतो तिने और कांस्टेबल जयंता नाथ घायल हुए है। जिसमें से एजेतो तीनई को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया। जबकि कांस्टेबल जयंता नाथ चाईबासा में ही है।
एयरलिफ्ट कर घायल जवानों को लाया गया रांची
बता दें कि बम ब्लास्ट की चपेट में आने के बाद तीनों जवान घायल हो गए थे। जिसमें कांस्टेबल संतोष उरांव की हालत काफी गंभीर थी। बाकी दो अन्य जवान एजेतो तीनई और जयंतानाथ भी घालय है ये सभी जवान CRPF के 60 बटालियन के जवान है। यह घटना जिला के गोईलकेरा के हाथीबुरू इलाके के जंगल में घटी है। बताया जा रहा है कि जवान जंगल की ओर नक्सलियों के खिलाफ अभियान पर निकले थे जहां IED बम ब्लास्ट हो गया। जिसकी चपेट में तीन जवान आ गए। घटना के तुरंत बाद सभी घायल जवानों को जंगल से निकाला गया और बेहतर इलाज के लिए कांस्टेबल संतोष उरांव और एजेतो तीनई को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया। लेकिन कांस्टेबल संतोष उरांव वीरगति को प्राप्त हो गए।
बता दें कि पिछले दिनों जिले के गोइलकेरा पुलिस थाना क्षेत्र में बोईपैसासंग गांव के निकट भी एक ग्रामीण नक्सलियों द्वारा जंगल में प्लांट किए गए IED बम की चपेट में आ गया था। जिससे वह घायल हो गया था। वहीं इस घटना के बाद सुरक्षाबल के जवानों ने ग्रामीण को जंगल से निकाले हुए उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था।