RANCHI: रिमांड के दौरान एटीएस ने गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव से पूछताछ के बाद उसे बुधवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया। वहां से उसे वापस न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इससे पहले अमन श्रीवास्तव से पिछले 6 दिनों में लंबी पूछताछ की गई थी। उन्होंने झारखंड और बिहार में कुछ हत्या की घटना को भी गिरोह के सदस्यों द्वारा अंजाम दिए जाने की जानकारी दी।
लोडिंग के एवज में रंगदारी मांगी गई
उसने बताया कि बालूमाथ थाना क्षेत्र में 2019 में पूर्व नक्सली युगल गंजू की हत्या हुई थी। हत्या में सुशील श्रीवास्तव गिरोह का हाथ था। युगल के बेटे द्वारा फुलबसिया कोल साइडिंग में लोडिंग का काम किया जाता था। उससे लोडिंग के एवज में रंगदारी की मांग की जा रही थी। रंगदारी नहीं देने की वजह से हत्या की गई। वहीं गया के बेलागंज थाना क्षेत्र में शिव शर्मा के सहयोग से राज सिंह की हत्या कराने की जानकारी दी। उसने बताया कि राज की हत्या के बाद शिव शर्मा ने उसे फोन कर घटना की जानकारी दी थी।
बेगूसराय में उसने शिव शर्मा द्वारा दिलीप गुप्ता की हत्या कराने की जानकारी दी। इसके साथ ही पलामू में जीतू गुप्ता की हत्या की जानकारी दी। उसने बताया कि जीतू गुप्ता की हत्या इसलिए हुई क्योंकि विरोधी गिरोह के सदस्य जीतू गुप्ता के माध्यम से शिव शर्मा को अपने गिरोह में मिलाना चाहते थे।हजारीबाग में L&T कंपनी के कर्मचारी सत्येंद्र सिंह की हत्या रंगदारी नहीं देने के कारण की गई। वह हत्या की किसी घटना में प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं रहा। गया में हत्या के केस में बिहार पुलिस भी उसे रिमांड पर ले सकती है। पूछताछ करने वालों में सीआईडी आईजी असीम विक्रांत मिंज और दूसरे जिले के पुलिस अधिकारी शामिल थे।