RANCHI/BOKARO : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज डुमरी उपचुनाव के तहत ऊपर टांड़ मंडल में बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जनता भगवान है और कार्यकर्ता पार्टी की पूंजी हैं। उन्होंने सम्मेलन में बूथ जीतो, चुनाव जीतो मंत्र को सिद्ध करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि झामुमो बता नहीं पा रहा कि आखिर उनके प्रत्याशी को वोट क्यों दिया जाए। आखिर हेमंत सोरेन की सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में राज्य को जो लूट, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, बलात्कार, हत्या, चोरी, डकैती, अपहरण, बेरोजगारी का उपहार दिया है उसके लिए लिए वोट दिया जाए। राज्य सरकार ने गरीबों के अनाज लूटवाए। उन्होंने कहा कि राज्य में जनता डरी हुई है और अपराधी बेखौफ है।
बच्चे पूछ रहे मुख्यमंत्री का सही नाम
उन्होंने कहा कि गरीब आदिवासियों की औने पौने दाम पर नाम बदलकर जमीन हड़पने वाले हेमंत सोरेन ने अब राज्य के छोटे छोटे बच्चों को भी दिग्भ्रमित कर दिया है। बच्चे शिक्षक से अब पूछने लगे हैं कि परीक्षा में मुख्यमंत्री का सही नाम क्या लिखें हेमंत सोरेन या हेमंत कुमार सोरेन। उनके पिताजी का नाम क्या लिखें शिबू सोरेन या शिव सोरेन। आज राज्य की स्थिति भयावह है, अपराधी बेलगाम, बेखौफ हैं और जनता डरी सहमी हुई है। अपराधी व्यापारियों को व्हाटसप पर मैसेज भेजकर रंगदारी मांग रहे। हेमंत है तो अपराधियों को हिम्मत है। उन्होंने कहा कि झारखंड में कानून का राज स्थापित करने के लिए हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकना आवश्यक है। डुमरी उपचुनाव में एन डी ए प्रत्याशी की जीत के बाद झारखंड नई करवट लेगा।
बिना पैसे का कोई काम नहीं होता
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में बिना पैसे का कोई काम नहीं होता। मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए भी पैसे लिए जा रहे। पदाधिकारी कर्मचारी घूस मांगने की हिम्मत कर रहे क्योंकि राज्य का मुखिया ही भ्रष्टाचार में शामिल है। महंगे वकील रख कर अपराधियों को बचाने केलिए कोर्ट जा रहे। उन्होंने कहा कि जब कोई गलती नहीं की तो फिर ईडी को जवाब देने क्यों नहीं जा रहे। आखिर क्यों डर रहे। उन्होंने कहा कि यह डरी सहमी हुई सरकार अपने खिलाफ आवाज उठाने वालों का मुंह केस मुकदमों से बंद करना चाहती है। छह जिलों में मुकदमे दर्ज हुए हैं। लेकिन वे डरने वाले नहीं।सरकार चाहे तो सभी जिलों में उनके ऊपर मुकदमा करे। सत्ताधारी दल के नेता को आरोप लगा रहे उन्हे जांच कराकर कार्रवाई करने से कौन रोक रहा है। वे तो जांच में पूरी मदद करने को तैयार हैं।