[Team insider] पलामू के नावाबाजार थाने में दरोगा लालजी यादव के आत्महत्या का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पलामू जिले की पुलिस से किसी प्रकार से रीपोस्टमार्टम का आदेश नहीं रहने की वजह से शव पड़ा हुआ है। रिम्स प्रबंधन ने पोस्टमार्टम से इन्कार कर दिया है जिससे परिजन परेशान हो रहे हैं। दारोगा लालजी यादव 2012 बैच के दरोगा थे। जानकारी मिलने के बाद 2012 बैच के कई दरोगा पोस्टमार्टम हाउस पंहुचे। सभी आक्रोशित हैं और आंदोलन के मूड में हैं।
एसपी पर ध्यान भटकाने आरोप
पलामू पुलिस की कार्यशैली पर परिजनों संदेह जताया हैं और पलामू एसपी पर वहां से ध्यान भटकाने के लिए रांची भेजने का आरोप लगाया है। वहीं परिजनों का कहना है किसी हाल में शव बिना पोस्टमार्टम नहीं हटाएंगे, चाहे कितना देर भी बैठना पड़े।
स्थानीय लोगों ने किया था सड़क जाम
लालजी यादव के आत्महत्या की सूचना के बाद स्थानीय लोग खासा आक्रोशित थे और लोगों ने नावा बाजार थाना का घेराव कर हंगामा भी किया था। इसके बाद एनएच 98 सड़क जाम कर इस आत्महत्या मामले को लेकर आक्रोश जाहिर की थी। स्थानीय लोग पलामू एसपी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उनका मानना है कि पलामू एसपी की वजह से ऐसी घटना सामने आई है।
बता दें कि लालजी यादव रांची के पिठौरिया थानेदार रह चुके थे। लालजी यादव को 4 दिनों पहले ही निलम्बित किया गया था। उन पर डीटीओ के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप था। जिसको लेकर उन्हें निलंबित किया गया था।
परिजन और आक्रोशित स्थानीय लोगों ने मुख्य सड़क जाम कर दिया
शव का पोस्टमार्टम होने के बाद गुरुवार की सुबह परिजन पार्थिव शरीर को लेकर साहिबगंज पहुंचे, जिसके बाद परिजन और आक्रोशित स्थानीय लोगों ने एनएच 80 मुख्य सड़क को साक्षरता चौक जाम कर दिया और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों शहर में घूम-घूम कर दुकान को भी बंद करवाया।
परिजनों ने पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की
वहीं परिजनों का कहना है कि दारोगा लालजी यादव ने आत्महत्या नहीं की है। उनकी हत्या कर दी गई है। पलामू एसपी और डीटीओ उनकी मौत के जिम्मेदार हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। बता दें कि दारोगा लालजी यादव के दो संतान है और पत्नी 7 महीने की गर्भवती है। विरोध प्रदर्शन के बाद मुनीलाल श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा।