जमशेदपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जहां पुलिस ने अंतरराज्यीय ठग गिरोह ईरानी गैंग के तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इन्हें पुलिस ने मानगो के चेपापुल के समीप से गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी से जमशेदपुर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुए कुल 13 ठगी और लूट कांड मामले का उद्भेदन हुआ है। पुलिस ने इनके पास से लाखों रुपए मूल्य के सोने चांदी के जेवरातर, 5330 रुपए नगद, तीन मोबाईल, दर्जनों वोटर कार्ड कार्ड, आधार कार्ड, वगैरह बरामद किया है। पुलिस की गिरफ्त में आए जालसाजों का नाम सादिक हुसैन काशीमबेग और तकबीर खान बताया जा रहा है इनमें से दो मध्य प्रदेश का रहने वाला है जबकि एक महाराष्ट्र का रहने वाला बताया जा रहा है।
नकली पत्थर और धातु बेचकर ठगी का बनाते थे शिकार
इस संबंध में जानकारी देते हुए जमशेदपुर एसएसपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य सीबीआई और क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर ठगी का काम करते हैं। इतना ही नहीं इनके द्वारा भोले- भाले लोगों को नकली पत्थर और धातु बेचकर ठगी का शिकार बनाया जाता है। यह एक इंटर स्टेट जालसाज गिरोह है। तीनों ने जमशेदपुर में हुए ठगी के 13 कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। उन्होंने बताया कि उन्हें उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब ये पश्चिम बंगाल से ठगी कर जमशेदपुर में प्रवेश कर रहे थे। इन्हें गिरफ्तार करने को लेकर एक विशेष टीम गठित की गई थी। टीम ने बेहद ही सफलतापूर्वक ऑपरेशन चलाते हुए तीनों को हिरासत में लिया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश को लेकर छापेमारी की जा रही है।
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इस पैसे से करते थे अय्याशी
ये लोग ठगी करने के बाद गहनों को बेचने के लिए अलग से गैंग का संचालन करते थे। इस गैंग का काम ठगी के गहनों को बेचने का होता था। पैसे आने पर उसे बराबर बांटते थे। इस पैसे से महंगे मोबाइल, कपड़े और जूते खरीदकर अय्याशी करते थे। फिलहाल सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।