मनरेगा में जमुई का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है। मनरेगा में मार्च महीने के प्रदर्शन को लेकर बिहार ग्रामीण विकास विभाग के तहत संचालित होने वाले बिहार विकास विभाग सोसाइटी की ओर से रैंकिंग जारी किया गया है। इसमें मनरेगा के प्रदर्शन की जानकारी दी गई गई है और इसमें जमुई जिला ने टॉप किया है। रैंकिंग बिहार ग्रामीण विकास विभाग सोसाइटी के मुख्य परिचालन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने जारी की है।
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रैंकिंग का निर्धारण 13 मापदंडों पर
रैंकिंग का निर्धारण मनरेगा के 13 हिस्सों के आधार पर हुआ है। इसमें पीडीएस में उपलब्धि, अमृत सरोवर की पूर्णता की प्रतिशत, पौधारोपण, निरीक्षण, काम को पूरा करना, समय पर भूगतान, एटीआर को अपलोड करना, एनआरएम कार्यों में खपत, एससी-एसटी महिलाओं को काम देना आदि शामिल है। इन सभी मापदंडों के आधार पर जमुई को रैंकिंग में टॉप स्थान मिला है।
महिला मजदूरों को काम देने में कई जिलों को 10-10 अंक
मनरेगा में 60 फीसदी या अधिक महिला मजदूरों को काम देने में मधुबनी, खगड़िया, बेगूसराय, किशनगंज, समस्तीपुर, वैशाली, नवादा, सुपौल जैसे जिलों को दस में से दस अंक मिले हैं। वहीं, अन्य जिलों की उपलब्धि भी बढ़िया है। इसमें दूसरे जिलों ने भी 7.5 अंक से अधिक हासिल किया है। इधर अमृत सरोवर का दस अंक किसी भी जिला को नहीं मिला है। इस श्रेणी में वैशाली ने 6.53 अंक लाकर बढ़िया प्रदर्शन किया है। मुंगेर का अंक 6.00 है। दूसरी ओर दरभंगा ने 5.87 नंबर हासिल किया है। जबकि, कुछ जिलों को एक अंक से भी कम नंबर मिला है।