टिकट बंटवारे से नाराज BJP के पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ नाराजगी जताई है, उन्होंने झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को पत्र लिखकर अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि ‘मैं पिछले 20 सालो से बीजेपी का एक सक्रिय सदस्य एवं समर्पित कार्यकर्ता हूं। मैंने साल 2009 में खरसावां विधानसभा क्षेत्र से 25 हजार से अधिक वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया था, उसी दौरान 2010 में पार्टी के निर्देश पर राज्य हित में राज्य में लगे राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने की पहल करते हुए विस की सदस्यता से इस्तीफा देते हुए सीट खाली की जिससे तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा का खरसावां विस क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मार्ग प्रशस्त हो सके।’
उन्होंने आगे लिखा कि ‘विपरीत परिस्थितियों में हम सबके सहयोग एवं समर्पण से अर्जुन मुंडा ने जीत हासिल की और न केवल विधायक बने बल्कि मुख्यमंत्री बनकर झारखंड राज्य का नेतृत्व किया। पिछले चुनाव 2019 में भी मुझे टिकट नहीं दिया गया, लेकिन पार्टी के निर्देशानुसार चाईबासा निवासी पार्टी प्रत्याशी जवाहरलाल बानरा को टिकट दिया गया और हमने उनका तहे दिल से समर्थन किया, परंतु वे चुनाव हार गए। पूर्व में अपने अनुभव और जनता के लिए किए गए कार्य को ध्यान में रखकर मैंने पुन एक बार 2024 के विधानसभा चुनाव लड़ने का अवसर देने का आग्रह करते हुए जिला अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, झारखंड के चुनाव प्रभारी सहित राज्य एवं केन्द्र के सभी पदाधिकारियों से अनुरोध किया। मुझे विश्वास था कि पार्टी के लिए मेरे समर्पण को ध्यान में रखकर मेरी वफादारी का मुझे इनाम मिलेगा, परंतु वर्षों की मेरी वफादारी का इनाम मुझे यह मिला कि मेरे अनुरोध को दरकिनार करते हुए किसी अन्य व्यक्ति को टिकट दे दिया गया।’
मंगल सिंह सोय ने कहा कि ‘पार्टी के इस निर्णय से मुझे गहरा आघात लगा है। अगर हम झामुमो पर यह आरोप लगाते हैं कि उन्होने एक निष्ठावान नेता को सम्मान नहीं दिया जो फिर हमें अपना चेहरा भी आईने में देखने की जरूरत है।’
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