झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस और JMM साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं, ये दोनों दल महागठबंधन का हिस्सा है इसमें राजद और सीपीआई एमएल भी शामिल है। इधर कांग्रेस और झामुमो के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है, कांग्रेस जहां ज्यादा सीटें मांग रही है वहीं झामुमो इस बात को लेकर तैयार नहीं है। कहा जा रहा है कांग्रेस ने 32 से 35 सीटें मांगी है, जबकि झामुमो सिर्फ 20 सीटें देने को राजी है।
कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने पिछले दिनों अपने कार्यकर्ताओं के सामने राज्य में 25 से 30 सिम जीतने का लक्ष्य रखा था, इतना ही नहीं उन्होंने रोटेशनल सीएम का मुद्दा उछालकर मामले को और ज्यादा हवा दे दी। पॉलिटिकल एक्सपर्ट मानते हैं कि ‘कांग्रेस जितनी ज्यादा सीटें जीत सकेगी, सीएम पद को लेकर पार्टी का उतना ही वर्चस्व हो जाएगा। हालांकि रोटेशनल CM की जिद से गठबंधन में दरार भी पड़ सकती है।’
हाल ही में कांग्रेस के इरादे सामने आने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐलान किया था कि ‘झामुमो 81 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने में सक्षम है, उम्मीदवारों को लेकर शुरुआती मंथन शुरू हो चुका है।’ इधर कांग्रेस ने भी 81 सीटों को लेकर उम्मीदवार का पैनल बनाना तैयार कर दिया है।