[Team Insider] धनबाद बोकारो समेत पूरे झारखंड में भाषा विवाद अब भी जारी है।वहीं इन दोनों जिले के स्थानीय भाषाओं की सूची से मगही-भोजपुरी को हटाए जाने के बाद धनबाद पहुंचे सुबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के तेवर तल्ख दिखे।
अन्याय बर्दाश्त नहीं
उन्होंने भाषा विवाद को लेकर कहा कि वह किसी भी हाल में मातृभाषा हिंदी और मां भारती के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिन्होंने इसे हटाने का काम क्या है। वह सुन ले मैं डंके की चोट पर कह रहा हूं,जिस दिन मातृभाषा और मां भारती से समझौता करना होगा। उस दिन वह इस्तीफा देना मंजूर करेंगे।वहीं इससे पहले उन्होंने भोजपुरीया अंदाज में कहा कि आप भी सुनिए और इसके कहावत के साथ जो भवनाएं जुड़ी है।उसे समझने के प्रयास करिए।
जब मांझी ही नाव डुबोये तो उसे कौन बचाए
वही बन्ना गुप्ता ने सरकार पर भी हमला किया है। मधुबन में आयोजित कांग्रेस के चिंतन शिविर के समापन सत्र में उन्होंने अपने अंदाज में झारखंड के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी लोगों को इस बात का दुख है कि हम गठबंधन की सरकार चला रहे हैं। फिर भी उनकी स्थिति उस गाने के समान हो गई है। जब मांझी है नाब डुबोये तो उसे कौन बचाए। उन्होंने कहा है जब झारखंड के मुख्यमंत्री ही चाहते हैं कि हमारी पार्टी समाप्ति की ओर चली जाए। हमारे वोटर उनकी तरफ शिफ्ट हो जाए। तो ऐसी सरकार का कोई औचित्य नहीं है।पहले पार्टी बचेगी तभी हम बचेंगे।
कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ सत्ता की मलाई खाने के चक्कर में
स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता के बयान के बाद विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने भी चुटकी ली है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में मंत्री बन्ना गुप्ता ने स्वीकार किया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस के वोट बैंक का नाश करती जा रही है।तब तो ये स्पष्ट है कि कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ सत्ता की मलाई खाने के चक्कर में गठबंधन सरकार से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की नैया को झामुमो जल्दी डूबा देंगे। वह भूल रहे हैं कि पूरे देश में कांग्रेस एक डूबती नाव ही है। जिसका सब जगह पतन हो रहा है।बन्ना गुप्ता के सरकार पर निशाना साधने से गठबंधन दलों की दूरियां स्पष्ट इंगित हो गयी।