[Team insider] चतरा में सक्रिय अंतर्राज्यीय अफीम तस्करों को एक बार फिर चतरा पुलिस में बड़ा आर्थिक चोट दिया है। करीब 22 लाख रुपये के 43 किलो 100 ग्राम अवैध अफीम के अवैध खेप के साथ गिरोह के तीन तस्करों को पुलिस ने दबोचने में सफलता हासिल की है। एसपी राकेश रंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में गठित राजपुर थाना प्रभारी विकास पासवान व पुलिस की स्पेशल टीम ने तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई की है। गिरफ्तार तीन तस्करों में से दो बिहार के गया जिला और एक चतरा के राजपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
तस्करी में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व नगदी बरामद
गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के टेमका गांव में चलाए गए अभियान के दौरान गिरफ्तार तस्करों के पास से पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त बिहार नंबर का काला रंग का हीरो पैशन प्रो मोटरसाइकिल व 9000 हजार रुपया नगद बरामद किया है। एसडीपीओ अविनाश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि बिहार के दो तस्कर अफीम खरीद बिक्री को लेकर राजपुर थाना क्षेत्र में भ्रमणशील है।
तस्करों को शक के आधार पर हिरासत में लिया गया
सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चतरा के नेतृत्व में राजपुर थाना प्रभारी विकास पासवान, पुलिस अवर निरीक्षकों और सशस्त्र बल के जवानों की संयुक्त टीम बनाकर टेमका गांव में छापेमारी अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान गांव से दिलीप कुमार और उपेंद्र कुमार नामक दो तस्करों को शक के आधार पर हिरासत में लिया गया। जिनकी पहचान बिहार के गया जिला अंतर्गत धनगांय गांव निवासी अफीम तस्कर के रूप में हुई।
अंधेरे का लाभ उठाकर कई भागने में सफल रहे
गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ के आधार पर गांव के गेंद लाल सिंह, जेठन सिंह और पवन कुमार के घर में छापामारी अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान पवन कुमार के घर से 18 किलो एक सौ ग्राम, जेठन के घर से 10 किलो 800 ग्राम व गेंद लाल के घर से 14 किलो 200 ग्राम गीला तैयार अफीम बरामद किया गया। साथ ही मौके से गेंद लाल सिंह को भी पुलिस ने दबोच लिया।
एसडीपीओ ने बताया कि बिहार से आए दोनों तस्करों के द्वारा तस्करी के उद्देश्य से इन सभी से अफीम की खरीद की जानी थी। एसडीपीओ ने बताया कि अभियान के दौरान दिलीप और जेठलाल मौके पर पुलिस को देखकर अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि ग्रामीण तस्करों के द्वारा तीन अलग-अलग प्लास्टिक के जार में तैयार जिला अफीम को पैक किया जा रहा था। जिसे बाद में बिहारी तस्करों के माध्यम से दूसरे राज्यों में खपाने की योजना थी। जिसे गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया।
फरार तस्करों की गिरफ्तारी को लेकर चलाया जा रहा है अभियान
एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार अफीम तस्करों को एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं अन्य फरार तस्करों की गिरफ्तारी को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। जल्दी फरार अन्य तस्करों को भी सलाखों के पीछे धकेल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अफीम तस्करों के विरुद्ध अभियान निरंतर जारी रहेगा, किसी भी परिस्थिति में तस्करों को पांव पसारने का मौका नहीं दिया जाएगा।