[Team Insider] कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर फोन कॉल्स कर साइबर ठग लोगों को निशाना बना रहे हैं। एक ऐसा ही मामले का उद्भेदन रांची की सीआईडी की टीम ने शुक्रवार को किया है। जिसमें कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर 90 लाख रुपए की ठगी की गई थी। इस मामले में एक साइबर अपराधी जन्मजय दास को उड़ीसा के केंद्रापाड़ा जिला से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त के पास से कांड से संबंधित सामानों को बरामद किया गया है।
कौन बनेगा करोड़पति के जैकपॉट के नाम ठगी
साइबर थाने में कोडरमा जिले के प्रभु महतो के द्वारा मामला दर्ज कराया गया था। जिसमें बताएगा था कि KBC के नाम पर उनसे ठगों की गई है। इस मामले में अपराध कर्मियों द्वारा कौन बनेगा करोड़पति के जैकपॉट इनाम मिलने के नाम पर कुल 90 लाख रुपये की साइबर ठगी कर ली गई थी। अनुसंधान के क्रम में अपराधी की संलिप्तता के बिंदु पर अनुसंधानकर्ता पुलिस निरीक्षक सतीश कुमार द्वारा छापेमारी कर कांड में संलिप्त एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया है।
साइबर ठग का आपराधिक रहा है इतिहास
गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा ठगी के तरीकों की जानकारी दी गई है। पुलिस गिरफ्त में आये साइबर ठग का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके द्वारा छत्तीसगढ़ और देहरादून में भी साइबर ठगी की गई है। जिसको लेकर मामला दर्ज है। उसके पास एक मोबाइल फोन और एक आधार कार्ड बरामद किया गया है।
वर्चुअल नंबर से लोगों को किया जाता है इंटरनेट कॉल
साइबर अपराधी द्वारा ऐसे ठगी के लिए विभिन्न वर्चुअल नंबर से लोगों को इंटरनेट कॉल किया जाता है और उन्हें KBC जैकपॉट में विजेता बनने की बात बोली जाती है। KBC में आगे खेलने के लिए और अधिक पैसा जीतने के लिए यह लोगों से सवाल पूछते हैं और जीत का पैसा पाने के लिए जीएसटी और अन्य चार्ज के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में धोखे से विश्वास में लेकर पैसा जमा करवा लेते हैं।
अपनी निजी जानकारी साझा न करें
वही CID ने अपील की है कि किसी अज्ञात मोबाइल नंबर से KBC Jackpot के नाम पर कॉल आने पर उनसे अपनी निजी जानकारी साझा न करें। KBC के नाम पर किसी प्रकार के कॉल आने पर नंबर की जांच KBC के ऑफिस या वेबसाइट पर जाकर करें और लॉटरी के नाम पर आने वाले कॉल के झांसे में पड़ कर पैसा न जमा करें।