[Team Insider] झारखंड के सीआईडी की रांची साइबर थाना की टीम ने गुरुवार को एक शातिर साइबर अपराधी को जामताड़ा से गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार साबर अपराधी कुरियर कंपनी के कस्टमर केयर का कर्मचारी बनकर कर लाखों की ठगी की घटना को अंजाम दिया था। जिसकी शिकायत सदर थाना क्षेत्र के रहने वाले डॉक्टर ने साइबर थाना रांची में की गई थी।जिसके बाद पुलिस के जांच में खुलासा हुआ है कि साइबर अपराधी अनपढ़ होने के बाद भी साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने में एक्सपर्ट है।
सीआईडी एसपी ने दी जानकारी
एसपी CID रांची एस कार्तिक ने इस पूरे मामले का उद्भेदन करते हुए गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी।उन्होंने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के डेंटल डॉक्टर के परिवार के साथ ठगी की घटना को अंजाम दिया गया था। उनके परिवार की महिला के साथ 2 लाख रुपए के साइबर ठगी की गई थी।
कुरियर डिलीवरी के नाम पर ठगी
उन्होंने बताया कि साइबर अपराधकर्मी द्वारा कुरियर डिलेवरी के नाम पर Whatsapp पर UPI Registration का लिंक भेजकर इस साईबर फ्रॉड की वारदात को अंजाम दिया था। यह ठगी की वारदात 4 फरवरी की है। जिसके बाद मामले में सीआईडी की साइबर थाना रांची की टीम ने कार्रवाई करते हुए जामताड़ा के करमाटांड़ से संजीत यादव नाम के अपराधी को गिरफ्तार किया है।
अनपढ़ है साइबर अपराधी
उन्होंने बताया कि आरोपी संजीत यादव सहित कई लोग साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए गिरोह चलाते हैं।उन्होंने बताया कि क,ख, ग, घ और एबीसीडी के एक अक्षर की जानकारी साइबर अपराधियों को नहीं थी। लेकिन अपनी बातों से कस्टमर केयर अधिकारी बनकर 2 लाख की ठगी की घटना को अंजाम देने में सफल रहे। उन्होंने बताया की गिरफ्तार आरोपी अनपढ़ है और ठिक से लिख भी नही पाता। लेकिन साइबर अपराध के जरिए जमकर कमाई की है।
साइबर अपराधियों के गढ़ के रूप में है जामताड़ा
झारखंड का जामताड़ा जिला साइबर अपराधियों के गढ़ के रूप में जाना जाता है।जहां अनपढ़ होने के बावजूद साइबर अपराधी आसानी से ठगी को अंजाम देते हैं। अगर साइबर ठग से बचना है तो किसी भी हाल में साइबर अपराधियों को बैंक से जुड़ी जानकारी देने से बचने की जरूरत है।