[Team insider] लातेहार जिला में विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत टाना भगत समुदायों ने मंगलवार को एकाएक समाहरणालय परिसर का घेराव कर और पूरे कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों और कर्मियों को बाहर निकाल ताला जड़ दिया। इस घेराव के दौरान एक मात्र उपायुक्त कार्यालय को ताला रहित रखा गया है। पूरा मामला पुर्वाह्न ग्यारह बजे से आरंभ हुआ। दरअसल सैकड़ों की संख्या में पारंपरिक प्रार्थना वाद्य के साथ समाहरणालय परिसर पहुंचे और प्रकृति का प्रार्थना आरंभ कर शंखनाद किये। इसके साथ परिसर में संचालित विभिन्न कार्यालयों में कर्मियों को बाहर निकाल कार्यालय में ताला जड़ना आरंभ कर दिये।
लातेहार जिला अनुसूची पांच के रूप में आरक्षित
वहीं घेराव करने पहुंचे टाना समुदाय का कहना है कि लातेहार जिला अनुसूची पांच के रूप में आरक्षित है तो पंचायत चुनाव यहां वर्जित है। बावजूद पंचायतीराज सचिव और राज्यपाल समुदाय का हक हनन करते हुए चुनाव कार्य आरंभ करवा दिये हैं। जिसका विरोध टाना भगत समुदाय कर रही है।
पंचायतीराज सचिव और राज्यपाल को बुलवाने पर अड़े
अधिकार को लेकर पूर्व राष्ट्रपति स्व एपीजी अब्दुल कलाम के कार्यादेश का जिक्र करते हुए बताया कि जारी कार्यादेश में लातेहार जिला आदिवासी टाना भगत को दे देने का जिक्र किया गया है। आंदोलनरत टाना भगत पंचायतीराज सचिव और राज्यपाल को बुलवाने पर अड़े हैं। वहीं टाना भगत के आगे जिला प्रशासन और पुलिस वेवश और लाचार नजर आ रही थी।