वो मखमली आवाज आज सदा के लिए खामोश हो गई या ये कहें कि संगीत के एक युग का आज अंत हो गया। भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar) ने 92 वर्ष की उम्र में मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो पिछले 28 दिनों से अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही थीं। उनके निधन के बाद चारो ओर शोक की लहर छा गयी।
भारत रत्न और स्वर कोकिला के निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि उनके निधन से हम सभी देशवासियों के लिए अपूरणीय क्षति है। परमात्मा दिवंगत पुण्यात्मा को अपने चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।
वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने शोक प्रकट किया है। डॉ. उरांव ने कहा कि लता जी ने अपनी आवाज के जादू से देश ही नहीं पूरी दुनिया में पहचान बनायी। चाहे वह देशभक्ति गीत हो या, भजन अथवा अन्य फिल्मी गीत हो, वह इन गीत-संगीत के माध्यम से सदियों तक जीवित रहेगी। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने भी भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर भाजपा के नेताओं ने भी जताया शोक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि संगीत जगत की अद्वितीय प्रतिभा का चला जाना देश के लिए ही नहीं दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति है। लता दीदी कला क्षितीज पर ध्रुवतारा की तरह सदैव आनेवाली पीढियों का मार्गदर्शन करती रहेंगी। श्री प्रकाश ने लता दीदी की आत्मा की शांति के लिय ईश्वर से प्रार्थना की।
रांची सांसद संजय सेठ ने भी लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि बचपन से जिन गीतों को सुनकर बड़ा हुआ ऐसी साक्षात मां सरस्वती की पुत्री भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन से हृदय व्यथित है ईश्वर भारतीय संगीत जगत की धरोहर को अपने श्री चरणों में स्थान दें उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में से उभरने का साहस दे। ओम शांति।
भाजपा नेता विधायक दल और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लता दीदी के निधन से मन व्यथित है। कहा कि भारत रत्न लता मंगेशकर ने भारतीय शास्त्रीय संगीत से विश्व को परिचित कराया। ऐसी प्रतिभाएं युगों युगों में एक होती है। ईश्वर उनकी आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें।
प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि लता दीदी सरस्वती की वरद पुत्री थी। वे भारत की पहचान और शान थी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।