[Team Insider] राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात रहे एएसआइ कामेश्वर रविदास हत्याकांड की गुत्थी डेढ़ वर्ष बीतने के बावजूद नहीं सुलझ पाई है। तुपुदाना इलाके के पत्थर खदान से कामेश्वर रविदास का शव वर्ष 2020 के 1 अगस्त की सुबह बरामद किया गया था।
थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर बरामद हुआ था शव
चारा घोटाले में सजायाफ्ता रिम्स में इलाजरत लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात रहने की वजह से इस हत्याकांड को लेकर काफी गहमागहमी थी। हत्या की घटना के बाद झारखंड पुलिस महकमा रेस था। लालू प्रसाद यादव के सुरक्षा में तैनात रहने की वजह से अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रेशर बना हुआ था। लोग भी जानना चाहते थे कि आखिर लालू यादव की सुरक्षा में तैनात एएसआई की हत्या किसने कर दी।इस हत्याकांड के दो दिनों बाद 5 लोगों को हिरासत में भी लिया गया था। जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध भी किया। आरोपी के नाम पर एक की गिरफ्तारी हुई थी। जबकि 4 को बॉन्ड साइन कराकर छोड़ दिया गया था।
स्कूल में की गई थी हत्या
एएसआई कामेश्वर रविदास की हत्या की खबर को लेकर लोग हैरत में थे। क्योंकि वह लालू प्रसाद यादव के सुरक्षाकर्मी रह चुके थे। वह राजधानी रांची के तुपुदाना ओपी में पदस्थापित थे। पुलिस की छानबीन में सिर्फ इतनी ही जानकारी मिल पाई कि 31 जुलाई की रात वह अपने साथियों के साथ थाने से ही कुछ दूरी पर स्थित स्कूल में शराब का सेवन कर रहे थे और आपसी विवाद में उनकी हत्या कर दी गई।छानबीन के दौरान स्कूल में खून के धब्बे पाए गए थे। हालांकि शव पत्थर खदान में पाया गया। इसको लेकर पुलिस ने आशंका जाहिर की थी कि हत्या स्कूल में की गई और शव को खदान में फेंक दिया गया।
मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठना बाकी
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार कामेश्वर रविदास मूल रूप से बिहार के राजगीर के निवासी थे। झारखंड पुलिस मुख्यालय ने उन्हें राजद सुप्रीमो लालू यादव की सुरक्षा में तैनात किया था। डेढ़ वर्ष बीतने के बावजूद कामेश्वर रविदास के परिजन हत्यारों की तलाश में है। लेकिन पुलिस कुछ भी जवाब देने की स्थिति में नहीं दिख रही है। फिलहाल इस मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठना बाकी है।