Team insider : राशन दुकान चलाने वाले दुकानदार और मजदूर की अपराधियों ने धारदार हथियार से सर कुचल कर हत्या कर दी। घटना बोकारो जिला के चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बिजुलिया गांव की है। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची मुफस्सिल थाना पुलिस और चास सदर एसडीपीओ ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया चोरी करने आए चोरों के द्वारा इस घटना को अंजाम दिए जाने की बात सामने आ रही है।
चास सदर एसडीपीओ पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि चोरी की घटना अंजाम देने के दौरान हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। दुकान के गल्ले में रखें पैसे भी गायब है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। फॉरेंसिक, टेक्निकल और स्वान दस्ता को बुलाकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
दुकान का ताला तोड़कर ₹4000 लेकर फरार
जानकारी के मुताबिक बिजोलिया गांव के रहने वाले 60 वर्षीय अरुण महथा गांव के बाहर राशन दुकान चलाने का काम करते थे। दुकान के बगल में ही उनका खलिहान भी है। रात में प्रतिदिन की तरह ग्रामीण क्षेत्र में मजदूरी का कर बेलूट निवासी फटिक धीवर भी सो रहा था। इसी दौरान देर रात चोरी की घटना को अंजाम देने आए अज्ञात चोरों ने बारी-बारी से तेज धार हथियार के साथ सर पर वार कर दोनों की हत्या कर दी। उसके बाद दुकान का ताला तोड़कर अंदर रखें लगभग ₹4000 लेकर फरार हो गए।
घटना के बाद दहशत में ग्रामीण
घटना की जानकारी ग्रामीणों को तब मिली जब अहले सुबह 7 बजे मृतक अरुण की पत्नी प्रतिदिन की तरह दुकान पहुंची। देखा कि दोनों का शव के पास पड़े बिछावन खून से लथपथ पड़ा हुआ है। इसके बाद इसकी जानकारी अपने एकलौते पुत्र मिलन महथा को दी। मौके पर पहुंचने के बाद इसकी सूचना घरवालों को हुई और घर वालों ने मुफस्सिल थाना पुलिस को इस घटना की जानकारी दी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद चास एसडीपीओ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। ग्रामीण इस घटना के बाद दहशत में है। पुत्र का कहना है की हमलोगों की दुश्मनी किसी से नहीं है। बावजूद इस घटना को अंजाम दिया गया है। चास एसडीपीओ ने जल्द मामले की उद्भेदन की बात कही है।
वहीं, घटनास्थल पर पहुंचे चंदनकियारी के भाजपा विधायक अमर कुमार बाउरी ने घटना को दुखद बताया है और इसे राज्य सरकार के कानून की विफलता बताई है। उन्होंने कहा कि जब तक अपराधी पकड़े नहीं जाते हैं, तब तक जांच का कोई मतलब नहीं है। अपराधी पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों में दहशत कम हो पाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में भी इस तरह कि घटना घटी थी। लेकिन आज तक उस घटना का उद्भेदन नहीं हो पाया।