[Team Insider] पीएलएफआई इन्वेस्टमेंट और विदेश कनेक्शन को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। हालांकि इन सबके बीच रविवार को पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया(PLFI) सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम से एक प्रेस नोट जारी किया गया है।
पीएलएफआई सुप्रीमो ने जारी किया प्रेस नोट
पीएलएफआई सुप्रीम दिनेश गोप द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि रांची धुर्वा निवासी निवेश पोद्दार और अन्य लोगों का पीएलएफआई पार्टी से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है।
बरामद गाड़ी और रुपए ठगे गए होंगे
साथ ही यह भी लिखा गया है कि बरामद गाड़ी और 75 लाख रुपया उनका या किसी कारोबारी का हो सकता है। हो सकता है पकड़े गए लोग ठगी का काम करते होंगे और किसी को ठगा होगा। बेवजह मीडियाबाजी कर निवेश को हीरो बनाया जा रहा है। जिससे रांची में भय का माहौल पुलिस और मीडिया कर रही है। बांग्लादेशी लड़की अंजली उर्फ फातिमा का पार्टी सुप्रीमो से कोई संबंध नहीं है,लाल सलाम।
क्या है पूरा मामला
पीएलएफआई से कनेक्शन मामले में पुलिस ने निवेश पोद्दार,बांग्लादेशी अंजलि उर्फ फातिमा समेत 9 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। निवेश समेत उसके 2 साथियों और बांग्लादेशी अंजलि की गिरफ्तारी बिहार के बक्सर से की गई थी। तो वही उससे पहले पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को जरूरी सामान पहुंचाने जा रहे 3 सहयोगियों को राजधानी रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। इनकी निशानदेही पर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था। जिनके पास से लेवी के 61 लाख रुपए बरामद किए गए थे।
अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद
वही निवेश की गिरफ्तारी के बाद उसके मोबाइल से कई अत्याधुनिक विदेशी हथियारों की तस्वीरें भी बरामद हुई। जिसके बाद उनमें से कुछ अत्याधुनिक विदेशी हथियारों को बरामद किया गया है। साथ ही अन्य हथियारों को तलाशा जा रहा है।
पुलिस कार्रवाई को डायवर्ट करने का प्रयास
इसके साथ ही जिस्मफरोशी के धंधे से निकलकर पीएलएफआई सहयोगी निवेश से संपर्क बनाने वाली बांग्लादेशी अंजलि उर्फ फातिमा की असलियत भी सामने आई है। जिसके बाद झारखंड पुलिस पीएलएफआई के खात्मे को लेकर रेस हो गई है।ऐसे में अब पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के द्वारा आरोपियों का पार्टी से कोई संबंध नहीं होने को लेकर प्रेस नोट जारी किया गया है। जो कहीं ना कहीं झारखंड पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्रवाई को डाइवर्ट करने का प्रयास कहा जा सकता है।