[Team Insider] प्रकृति पर्व सरहुल को लेकर शुक्रवार को जिले के डीसी छवि रंजन की अध्यक्षता में सरना समिति,सदस्यों के साथ कलेक्ट्रेट में बैठक की गयी। जिसमें राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन करते हुए सौहार्दपूर्ण वातावरण में सरहुल मनाने की बात कही गयी।
राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों की दी गयी जानकारी
सदर एसडीओ के द्वारा राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स की जानकारी दी गयी। गाइडलाइन्स के अनुसार शोभायात्रा में श्रद्धालुओं के 100-100 की संख्या में निकलने, शाम 6 बजे तक धार्मिक जुलूस को खत्म करने की जानकारी दी गयी। समिति के सदस्यों के बताया गया कि जहां पर सभी ग्रुप का मिलान होगा, वहां श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या एक हज़ार से अधिक नहीं होनी चाहिये। वहीं सरना समिति के सदस्यों ने अपनी-अपनी बातें भी रखी।
विधि व्यवस्था के मामले में रांची ने निराश नहीं किया
डीसी छवि रंजन ने कहा कि विधि व्यवस्था के मामले में रांची ने निराश नहीं किया है। इस बार भी उम्मीद है कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में सरहुल का त्यौहार मनाया जायेगा। राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देर्शों में छूट दिये जाने की बात पर उपायुक्त ने कहा कि आपकी भावनाओं से आला अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि बच्चे और 60 साल से उपर के बुजुर्ग जुलूस में शामिल न हो इस पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसा करें कि देश दुनिया में सकारात्मक संदेश जाये।
पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती
वहीं एसएसपी सुरेन्द्र झा ने कहा कि शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में विधि व्यवस्था दुरुस्त रहेगी। पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रकृति से जुड़ाव कल भी जरुरी था, आज भी है और आने वाले समय में और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। साइंस टेक्नॉलॉजी से सुविधाएं बढ़ सकती है। लेकिन मानव का अस्तित्व प्रकृति से ही जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षाें से सीख लेते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का अनुपालन आवश्यक है।
कौन कौन थे शामिल
इसमें जिले के एसएसपी सुरेन्द्र झा,सिटी एसपी सौरभ,रूरल एसपी नौशाद आलम, एसडीओ सदर दीपक दुबे,एसडीओ बुण्डू,एडीएम लॉ एंड ऑर्डर रामवृक्ष महतो, संबंधित पुलिस ऑफिसर और सीओ उपस्थित थे।