[Team Insider] झारखंड स्टेट हेड क्वार्टर में एक कोने में पड़ी नई एंबुलेंस कबाड़ में तब्दील हो रही हैं। पिछले वर्ष 22 मई को इस एंबुलेंस को बेरमो विधायक जयमंगल और उनके छोटे भाई सह यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुमार गौरव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपा था। ताकि इससे कोरोना संक्रमण के दौरान जरूरतमंदों के लिए इस्तेमाल किया जा सके।
कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कांग्रेस मुख्यालय को सौंपी थी एंबुलेंस
दरअसल पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह की पहली पुण्यतिथि के मौके पर विधायक पुत्र जयमंगल और उनके छोटे भाई सह यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुमार गौरव ने कोरोना संक्रमित मरीजों की सुविधा और सहायता के लिए कांग्रेस मुख्यालय को एंबुलेंस सौंपी थी। हैरत की बात यह है कि लगभग 11 महीने बीत गए। लेकिन इस एंबुलेंस का इस्तेमाल एक भी मरीज को अस्पताल पहुंचाने या अस्पताल से घर लाने के लिए नहीं किया जा सका। जबकि तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने एंबुलेंस सौंपे जाने की सराहना की थी।वहीं इस दौरान कहा था कि राष्ट्रीय नेतृत्व को भी इस सेवा कार्य से अवगत कराया जाएगा।
एंबुलेंस पर धूल की मोटी परत जम गई
आलम यह है कि झारखंड स्टेट हेड क्वार्टर के एक कोने से दूसरे कोने में इस एंबुलेंस को शिफ्ट किया जाता रहता है। इस एंबुलेंस पर धूल की मोटी परत जम गई है। ना ही इसकी सफाई होती है, ना ही इसे चलाया जाता है। ऐसे में लाखों रुपए की यह एंबुलेंस जो मरीजों की जान बचाने के काम आ सकती थी। वह अब कबाड़ में तब्दील हो गई है। जब जब इस एंबुलेंस की चर्चा होती है। तब तब एंबुलेंस की सफाई कर उसके स्थान को बदल दिया जाता है। फिर कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में दूसरे खाली स्थान पर खड़ी कर दी जाती है।