[Team insider] रिम्स की छात्रा रही डॉ. अर्चना शर्मा की मौत मामले को लेकर झारखंड में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इस घटना के जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर राज्यभर के डॉक्टर शनिवार को सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक कार्य बहिष्कार किया। जिसका असर अस्पतालों में देखने को मिला। डॉक्टरों द्वारा अचानक ओपीडी सेवा बाधित किए जाने से राज्यभर के अस्पतालों में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। काफी दूर-दूर से आए मरीज बगैर इलाज कराए वापस चले गए। हालांकि डॉक्टर द्वारा केवल ओपीडी सेवा को ही बाधित किया गया और इमरजेंसी सेवाएं जारी रही।
पूरे मामले में पुलिस का रवैया संदेह के दायरे में है
बता दें कि राजस्थान के दौसा जिले में सोमवार को प्रसव के दौरान एक मरीज की मौत से पैदा हुए हालात ने अर्चना को सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया। मानसिक तनाव ने मंगलवार को रांची की होनहार बेटी की जान ले ली। इस पूरे मामले में पुलिस का रवैया संदेह के दायरे में है, क्योंकि डॉ अर्चना शर्मा और उनके पति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। इसके बाद से राजस्थान में पुलिस, प्रशासन के खिलाफ आंदोलन चल रहा है।चिकित्सक मांग करते हैं कि डॉ अर्चना शर्मा की आत्महत्या के दोषी लोगों को कठोर से कठोर सजा दिलायी जाये। साथ ही जल्द से जल्द मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाये।