[Team Insider] बड़कागांव चिरुडीह गोलीकांड में कोर्ट द्वारा पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पूर्व विधायक पत्नी निर्मला देवी को 10-10 साल की सजा सुनाए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता आहत है। ऐसे में बड़कागांव और रामगढ़ के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राजधानी रांची स्थित कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में ही धरना दे डाला।
पूर्व की रघुवर दास की सरकार की साजिश
दरअसल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है कि पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी पूर्व विधायक निर्मला देवी के साथ अन्याय हुआ है। इससे आहत होकर उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में ही धरना देकर विरोध जताया। कार्यकर्ता की मांग है कि पार्टी नेता इस मसले पर मुख्यमंत्री से बातचीत कर हस्तक्षेप करें। वहां के लोगों का मानना है कि उनको फसाया गया है। जबकि उस गोलीकांड के दौरान योगेंद्र साव वहां नहीं थे। वहीं निर्मला देवी को रात में उठाया गया था। जिसका उन्होंने विरोध किया। अगर इस पर 10 साल की सजा होती है। तो पुलिस ने जो साक्ष उपलब्ध कराएं हैं। उसमें पूर्व की रघुवर दास की सरकार की साजिश है।
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी को फंसाया गया था
हालांकि झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर कार्यकर्ताओं का धरना खत्म कराया। वहीं आश्वासन दिया कि इस मामले को लेकर सकारात्मक पहल की जाएगी। उन्होंने कहा कि संगठन की ओर से पूरा प्रयास किया जाएगा कि पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी को न्याय दिलाया जा सके।उन्होंने कहा कि जिस तरह से टारगेट करके चिरूडीह कांड में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और पूर्व विधायक निर्मला देवी को फंसाया गया था। यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। दस्तावेजों की कमी या सही पक्ष नहीं रखने की वजह रही।जिसकी वजह से उन्हें सजा मिली।
हाईकोर्ट में भी करेंगे अपील
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से मुख्यमंत्री से मिलकर दोबारा जांच कैसे हो, कैसे उनको न्याय मिल सके। इसपर सभी मिलकर फैसला लेंगे और हाईकोर्ट में भी अपील करेंगे। साथ ही कानूनी विशेषज्ञों से भी राय लेंगे और न्यायालय में भी गुहार लगाएंगे। ऐसा नहीं है कि निचली अदालत में फैसला सुना दिया गया। तो उसमें बदलाव नहीं हो सकता। सही तरीक से साक्ष्य को रखेंगे।