झारखंड में 7200 करोड़ की लागत से विकास योजनाओं की सौगात
RANCHI : खूंटी से पीएम मोदी के हाथों झारखंड को 7200 करोड़ रुपये की लागत से विकास परियोजनाओं की सौगात मिली। इनमें झारखंड में रेलवे का 100 फीसदी विद्युतीकरण , हटिया पकरा सेक्शन, तलगरिया- बोकारो सेक्शन और जारंगडीह- पतरातू सेक्शन का दोहरीकरण जैसी योजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया गया। आइआइएम। रांची का स्थायी परिसर, आइआइटी आइएसएम धनबाद के नये छात्रावास के अलावा बोकारो में पेट्रोलियम आयल और लूब्रिकेट डिपो जैसी सेवा भी शामिल हैं।
NH-133 के महागामा हंसडीहा खंड को फोर लेन करने की परियोजना, एन एच- 114 ए के बासुकीनाथ- देवघर खंड को फोर लेन करने की परियोजना, केडीएच पूर्णाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट का शिलान्यास के अलावा आइआइटी रांची के नये शैक्षणिक और प्रशासनिक भवन का शिलान्यास भी झारखंड के लिहाज से अहम सौगात रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खूंटी में बुधवार को विशाल जनसभा को संबोधित करते कहा कि जनजातीय गौरव दिवस पर यहाँ से विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू हो रही है, जो 25 जनवरी तक जारी रहेगी। पीएम जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान पर 24 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे देश की आज़ादी के बाद अरसे से विकास योजनाओं से वंचित जनजाति समाज के लोगों को लाभ दिलाया जाएगा। मौके पर पीएम मोदी ने झारखंड आने के अपने पुराने यादों को साझा किया। साथ ही कहा कि यहाँ आने से वे ऊर्जा से भर जाते हैं। यहाँ के बिरसा मुंडा, चांद भैरव, नीलांबर पीताम्बर, टाना भगत सहित अन्य आदिवासी वीर इस देश के गौरव हैं। इस दौरान पीएम ने झारखंड को केंद्र के स्तर से 59 हजार करोड़ रुपये का लाभ दिए जाने की जानकारी दी।
पीएम मोदी ने खूंटी में विकसित भारत संकल्प यात्रा को हरी झंडी देने के अलावा पीएम जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान को लॉन्च किया। पीएम किसान सम्मान निधि के 15वीं किस्त की राशि भी जारी की। IIT, IIM, रांची को नये स्थायी परिसर की सौगात दी। झारखंड में विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाओं का भी उपहार दिया। झारखंड में रेलवे सेवाओं के 100 फीसदी विद्युतीकरण होने पर यहाँ के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अभी झारखंड आने के बाद वे रांची में बिरसा मुंडा स्मृति पार्क गये। उलिहातू (खूंटी) में वे बिरसा मुंडा के गाँव गये उन्होंने गौरवान्वित महसूस किया। पूर्व पीएम अटलजी के योगदान से इस राज्य का गठन हुआ। इस राज्य के स्थापना दिवस के लिए सभी राज्यवासियों को बधाई।
पीएम ने अफसोस जाहिर करते कहा कि देश की आज़ादी के बाद अरसे तक यहाँ और देश के वीरों खासकर जनजाति समाज के गौरव, नायकों के साथ न्याय नहीं हुआ अमृत काल में उन्हें विशेष तौर पर स्मरण करना शुरू किया गया। इसे अगली पीढ़ी को भी बताया गया। 2045 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने को 4 अमृत स्तंभ को मजबूत करना होगा। इनमें देश के किसान, महिलाएं, नौजवान और मध्यम वर्ग शामिल है। 2014 तक इस देश में गरीबों, वंचितों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया था। पर जब से देश में वर्तमान सरकार आयी है, उनकी सुध प्राथमिकता के आधार पर ली गई 2014 से सेवा काल देश में शुरू हुआ। मालिक बनकर नहीं, सेवक बनकर
पीएम ने कहा कि ब्यूरोक्रेसी, लोग, व्यवस्था वही थी पर सोच बदली गयी और परिणाम सामने हैं। योजनाओं की जानकारी लोगों के पास नहीं थी, वे भटकते भी थे। पर अब योजनाओं को घरों तक पहुंचाया जा रहा है। 2014 तक देश के 40 फीसदी घरों में ही गैस कनेक्शन था, आज करीब 100 फीसदी तक एलपीजी कनेक्शन हो चुका है। 55 प्रतिशत बच्चों का ही टीकाकरण 2014 तक होता था, अब यह 100 फीसदी हो गया है। 17 फीसदी घरों में ही नल से जल की सुविधा थी जो अब जल जीवन मिशन से 77 फीसदी से अधिक होने को है।
पीएम ने कहा कि आदिवासी जिलों, पिछड़े जिलों में विकास कार्यों को लेकर उपेक्षा का भाव रहता था। अफसरों को पनिशमेंट के तौर पर ऐसे जिलों में भेजा जाता था। अब इन जिलों को आकांक्षी जिलों के तौर पर चुन कर वहाँ स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क और दूसरी जरूरतों पर काम है रहे हैं विकसित भारत संकल्प यात्रा से अब तस्वीर बदलेगी। हर गरीब को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। पूर्व में ग्राम स्वराज अभियान चलाते हुए गरीबों को विकास योजनाओं से जोड़ने की पहल हुई थी। विकसित भारत संकल्प यात्रा को भी ऐसा ही सपोर्ट मिलेगा हर गरीब को राशन, नल से जल, आयुष्मान कार्ड योजना, पेंशन स्कीम सहित अन्य योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इसकी गारंटी है। मोदीजी ने दावा करते कहा कि उनकी गारंटी यानि गारंटी पूरी होने की गारंटी है। पीएम जनजाति महा न्याय अभियान से आदिवासी समाज के उत्थान को बल मिलेगा। पूर्व में आदिवासी कल्याण पर जो राशि खर्च होती थी, उसे 6 गुना तक बढ़ाया गया। जनजाति कल्याण योजना से देश के 22 हजार से अधिक गांवों में रहने वाले 75 कैटेगरी के जनजाति समाज के लोग लाभान्वित होंगे।
इससे पहले पीएम मोदी बिरसा मुंडा के गाँव उलिहातू गये। वहाँ पारंपरिक तौर पर भगवान बिरसा मुंडा की पूजा अर्चना की। इस दौरान उनके साथ बिरसा मुंडा के वंशज भी उपस्थित थे। खूंटी में कार्यक्रम स्थल पर 2045 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के वीडियो संदेश को भी प्रसारित किया गया। इसमें राष्ट्रपति ने झारखंड को स्थापना दिवस की बधाई देते। उम्मीद जताई कि पीएम जनजातीय आदिवासी महा न्याय अभियान से देश भर के जनजाति समाज को लाभ मिलेगा।
मौके पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, अर्जुन मुंडा, पूर्व सांसद और लोकसभा के उपाध्यक्ष रहे कडिया मुंडा, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी सहित अन्य भी उपस्थित थे।।
धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्म जयंती जनजातीय गौरव दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी उलिहातू पहुंचे, देश की आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि कोई पीएम बिरसा मुंडा के जन्मस्थल उलिहातू गाँव (खूंटी) पहुंचा उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनके परिजनों से मुलाकात की। खूंटी से ही पीएम मोदी ने पीएम जनजातीय आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम- जनमन) सहित 49 हजार करोड़ रुपये की जनजातीय कल्याण और विकास परियोजनाओं का शुभारंभ, शिलान्यास और लोकार्पण किया। पीएम जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान के जरिये वंचित और विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के समग्र विकास के लिए 24 हजार करोड़ रुपये की परियोजना है, सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, पोषण, सड़क, दूरसंचार कनेक्टिविटी और स्थायी आजीविका जैसी बुनियादी सुविधाएं इसके जरिये प्रदान की जानी है। आयुष्मान भारत योजना, सिकल सेल अनीमिया उन्मूलन मिशन, टीबी उन्मूलन 100 फीसदी टीकाकरण, पीएम सुरक्षित मातृत्व योजना सहित विभिन्न योजनाओं के संपूर्ण कवरेज पर इसके जरिये फोकस होगा। देश भर के झारखंड समेत 18 राज्यों के 220 जिलों में स्थित 22,544 दूरस्थ व दुर्गम इलाकों में रहने वाली पीवीटीजी जनजाति (75 समूह) को इसके जरिये विकसित और सक्षम बनाने का प्रयास होगा, पीवीटीजी के लगभग 28 लाख की आबादी के लिए लगभग 24 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान योजना के तहत तय हुआ है। झारखंड में पीवीटीजी (कमजोर जनजातीय समूह) की आबादी लगभग 2।52 लाख है। पीवीटीजी समूहों की यहाँ 8 जनजातियां है जिनमें असुर, बिरहोर, कोरवा, बिरजिया, सोरिया, पहाड़िया, माल पहाड़िया, परहिया और सावर जनजाति शामिल हैं।
15 नवंबर को रांची और खूंटी में पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था के लिए चाक चौबंद इंतजाम था। खुद डीजीपी अजय कुमार सिंह ने 14 नवंबर को पुलिस पदाधिकारियों संग बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से लेकर बिरसा मुंडा पार्क तक तैयारियों की समीक्षा की थी। एडीजी संजय आनंदराव लाठकर ने खूंटी में तैयारियों को पुख्ता बताया। उनके मुताबिक गाइडलाइन के मुताबिक पीएम मोदी की सुरक्षा के लिहाज से सारी व्यवस्था की गई है। खूंटी व उलिहातू के कार्यक्रम में चार आईजी, नौ एसपी के अलावा डीएसपी, इंस्पेक्टर, दारोगा सहित करीब ढाई हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। रांची में भी एक एडीजी, एक आइजी और 10 आइपीएस सहित तीन हजार पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगे हैं।
पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा की भूमि से विकसित भारत संकल्प यात्रा को हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया। देश के हर जिले और हर गांव कस्बे तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने और योजनाओं के शत प्रतिशत कवरेज को सुनिश्चित करने को यह यात्रा शुरू की गई है।
पीएम किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त का पैसा भी पीएम मोदी के हाथों जारी हुआ। इसमें झारखंड के करीब 12 लाख किसान भी शामिल हैं। इस स्कीम से अबतक राज्य के किसानों के खाते में 5000 करोड़ रुपये से अधिक राशि जा चुकी है। यह स्कीम 2018-19 से शुरू हुआ, राज्य में सबसे पहले 28 लाख किसानों के खाते में राशि गयी थी स्कीम के तहत चार चार माह पर किसानों के खाते में 2000 रुपये दिए जाते हैं। अब पीएम के हाथों किसान सम्मान निधि का 15 वो किस्त खूंटी में जारी किया गया। देश के 8 करोड़ से अधिक किसानों को 15 वीं किस्त के तहत सम्मान राशि मिली। इसके तहत 18000 करोड़ की सम्मान निधि का हस्तांतरण हुआ। पिछले 14 वे किस्तों में 2।61 लाख करोड़ की धनराशि किसानों के खाते में गयी थी।