[Team insider] कोरोना महामारी के कारण राज्य के सभी प्राथमिक सरकारी और निजी विद्यालय 17 मार्च 2020 से बंद थे। कक्षा 6 से 12 के विद्यालयों को कोविड-19 के सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए खोला गया था। कोरोना के तीसरी लहर के कारण वापस 3 जनवरी से सारे विद्यालयो को वापस बंद कर दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग के परामर्शानुसार लिए गये निर्णय
वहीं बुधवार को इस विषय पर आज शिक्षा मंत्री ने प्रेस वार्ता कर बताया कि 4 फरवरी से झारखंड के स्कूल-कॉलेज खुल जाएंगे। उन्होने बताया कि रामगढ़, हजारीबाग, धनबाद, पाकुड, साहेबगंज, दुमका, गोड्डा, पश्चिमी सिंहभूम, गुमला, लोहरदगा, गढ़वा, पलामू, कोडरमा इन 17 जिलों में कक्षा एक से लेकर कक्षा बारह के शिक्षण संस्थान खुलेंगे। आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में संबंधित जिले के स्वास्थ्य विभाग के परामर्शानुसार लिए गये निर्णय आलोक में रांची, पूर्वी सिंहभूम, व देवघर, सरायकेला एवं सिमडेगा इन 7 जिलों में नौवीं वर्ग से बारहवी वर्ग तक के शिक्षण संस्थान खुलेंगे। जल्द ही फिर से समीक्षा के बाद कक्षा 1 से 8 तक खोलने का निर्णय लिया जायेगा।
बच्चों के लिए ऑनलाईन पढ़ाई का भी रहेगा विकल्प
बता दें कि झारखंड के उन जिलों जहां कक्षा नौ व उससे ऊपर शैक्षणिक संस्थान खुल रहे है वहां के कोचिंग संस्थान भी खोले जा सकेंगे। अभिभावकों की सहमति के बाद ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश करने दिया जाएगा। बच्चों के लिए ऑनलाईन पढ़ाई का भी विकल्प रहेगा। झारखंड राज्य के द्वारा आयोजित परीक्षाएं ऑफलाईन ली जाएगी। इस कठिन परिस्थिति में राज्य में पठन-पाठन का कार्य विद्यालय के द्वारा ऑनलाइन डिजिटल माध्यम से करवाने का प्रयास किया जा रहा था। ताकि बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी ना आए।
विद्यालय खोलने से पूर्व आवश्यक अनुपालन संबंधी दिशा निर्देश
सभी संबंधित शिक्षकों को विद्यालय आने से पूर्व कोविड-19 का दोनों टीका का ले आना अनिवार्य होगा।
विद्यालय के अंदर सभी शिक्षक विद्यार्थी और अन्य कर्मी विद्यालय अवधि तक मास्क का उपयोग निरंतर करेंगे।
विद्यालय का संचालन सुबह 8:00 बजे से 2:00 बजे तक होगा।
शिक्षक और छात्र 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखेंगे शिक्षक कार्य हेतु बेचने की योजना शारीरिक दूरी के अनुरूप किया जाए।
विद्यालय में प्रार्थना सभा तथा किसी प्रकार का समूह अथवा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा।
विद्यालय के अंदर विद्यार्थियों को टिफिन बॉक्स लेकर आने की अनुमति होगी विद्यालय जहां मध्यान भोजन की योजना लागू है इन विद्यालयों में विद्यार्थियों को पका हुआ भोजन दिया जाएगा।