[Team insider] दक्षिण अफ्रीका के माली से दस मजदूरों का तीसरा जत्था मंगलवार को वतन लौटा। सभी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे।जहां कोविड जांच की गई। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के माली में गिरीडीह और हजारीबाग के कुल 33 मजदूर माली के कल्पतरू पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड में फिटर का काम करते थे। इन मजदूरों के माली में फंसे जाने की सूचना राज्य प्रवासी श्रमिक नियंत्रण कक्ष कंट्रोल रूम को मिली। जिसके बाद श्रम विभाग और मुख्यमंत्री की पहल पर दक्षिण अफ्रीका के पदाधिकारियों से संपर्क कर सभी मजदूरों की वतन वापसी की प्रक्रिया शुरु हुई। पहली और दूसरी खेप में कुल 14 मजदूर रांची लौटे थे।
दस मजदूरों का तीसरा जत्था वापस आया
आज कुल दस मजदूरों का तीसरा जत्था झाड़खंड वापस आया। एयरपोर्ट पर राज्य प्रवासी श्रमिक नियंत्रण कक्ष की समन्वयक शिखा लकड़ा, काउंसलर रोशनी हस्सा, मेनका लोहरा और रजनी तापे ने मजदूरों का स्वागत किया और श्रमिक कानून संबधित जानकारियों से कागजात प्रदान किया। सभी मजदूरों ने झाड़खंड सरकार को धन्यवाद दिया है।
मजदूरों ने 16 जनवरी को एक वीडियो की थी शेयर
मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2021 से कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड में फिटर के रूप में काम करने के लिए ले गया था। इन मजदूरों को 29,725 रुपये प्रतिमाह देने की बात हुई थी. लेकिन ठेकेदार भारत लौट गया और तीन महीने से एक भी रुपया नहीं मिल रहा था। पैसे नहीं मिलने के कारण इन मजदूरों की परेशानी बढ़ गयी थी। मजदूरों ने 16 जनवरी को एक वीडियो शेयर कर झारखंड सरकार से मदद की अपील की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर श्रम विभाग ने माली के राजदूत से संपर्क कर मजदूरों की सहायता की। इसके बाद इनके वतन वापसी की राह आसान हुई।