रांची: हेमंत सोरेन के नामांकन के एफिडेविट में उम्र व संपत्ति के विवाद के बाद अब उनके विधानसभा के नाम पर सवाल उठाया है। बाबूलाल ने कहा कि
मैंने इस प्रकार से देख इतनी सारी त्रुटि है क्योंकि हेमंत सोरेन कोई पहली बार तो चुनाव लड़ नहीं रहें हैं। राज्य के मुख्यमंत्री है और उनके पास काबिल अफसर भी हैं कार्यकर्ता भी हैं। लेकिन लगता है कि सब लोग इतना हड़बड़ा गए हैं कि सब गड़बड़ हो रहा है। आज अगर आप उनका एफीडेविट को देखें तो समझा आएगा जिसमें पहले कालम में रहता है नाम दूसरे में एड्रेस और तीसरे नम्बर पर रहता है विधान सभा का नाम और उसकी संख्या उस कालम में देखिए विधान सभा का नाम 64 हटिया लिखा हुआ है जबकि वहां बरहेट होना चाहिए था। जो इससे समझा में आता है कि कोई व्यक्ति इतना ढेर गलती कैसे कर सकता है। बता दें बरहेट के प्रत्याशी व झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के नामांकन के शपथपत्र में गड़बड़ी को लेकर बीजेपी लगातार उनपर और जेएमएम पर सवाल उठा रही है।
मालूम हो कि भाजपा ने हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया है कि साल 2019 विधानसभा चुनाव में जो शपथनामा हेमंत सोरेन ने दिया है, उसमें उनकी उम्र 42 वर्ष थी, जबकि 2024 विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने जो शपथनामा दाखिल किया है, उसमें उन्होंने अपनी उम्र 49 वर्ष बतायी है। अब यह तो हेमंत सोरेन ही बता सकते हैं कि 2019 में उनकी उम्र सही थी या 2024 में उन्होंने जो उम्र दाखिल की है, वह सही है। अगर 2024 में उनकी उम्र सही है तो इसका मतलब है कि उन्होंने 2019 का विधानसभा चुनाव गलत शपथनामा पर जीता था। और अगर ऐसा है तो फिर इसका जिम्मेदार कौन है? इसके साथ ही भाजपा ने हेमंत सोरेन की संपत्ति को लेकर भी सवाल खड़ा किया है। भाजपा का आरोप है कि साल 2019 में हुए चुनावों में सोरेन ने एफिडेविट में अपनी संपत्ति 10 लाख बताई थी और अब 4 लाख बता रहे हैं। इन आरोपों के साथ ही भाजपा ने मांग की है कि हेमंत सोरेन का नामांकन रद्द कर दिया जाए और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। भाजपा ने हेमंत पर तंज कसते हुए कहा गया कि हेमंत सोरेन की उम्र 5 साल में 7 साल बढ़ गई है, इस दुर्लभ और अभूतपूर्व उपलब्धि पर क्या कहेंगे आप? वहीं बाबूलाल मरांडी ने एफिडेविट में तीसरे कॉलम की गलती को बताते हुए कहा कि हड़बड़ी मे हेमंत सोरेन ने बरहेट की जगह हटिया विधानसभा का जिक्र कर दिया।