रांची: ऑनलाईन चालान कटने से प्रदेश की जनता त्राहिमाम कर रही। इन दिनों मामूली सी गलती पर भी लोगों को चालान भरना पड़ रहा है। इसी क्रम में झारखंड प्रदेश भाजपा के कार्यकर्ता सह युवा मोर्चा भाजयुमो के मीडिया प्रभारी की स्कूटी भी अनायास ही ट्रैफिक पुलिस उठा ले गयी। इस प्रकार अनुचित रूप से भाजपा जनता युवा मोर्चा के मीडिया प्रभारी का चालान काट लेने से आम जनता की मनोस्थिति का आकलन कर प्रिंस कुमार ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उनहोने इस प्रकार हल्के फुल्के कारणों को लेकर भारी चालान काटने पर कहा कि सरकार इस प्रकार की अवैध वसूली पर रोक लगाएं। रांची प्रशासन का खेल जनता पर भारी पड़ रहा है।रांची शहर में प्रशासन के द्वारा अवैध वसूली का धंधा अपने चरम पर है। जिला प्रशासन जनता को चालान काटने के नाम पर खुलेआम अवैध वसूली के कार्य में लिप्त है। यह गतिविधि राज्य सरकार के संरक्षण में संचालित हो रही प्रतीत होती है। दरअसल, कल भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रिंस कुमार के साथ एक गंभीर घटना घटी। उन्होंने अपनी स्कूटी को सही पार्किंग में खड़ा किया हुआ था, बावजूद इसके अन्य वाहनों के साथ उनकी स्कूटी को भी जबरदस्ती उठाने का प्रयास किया गया। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उनसे 500 रुपये रिश्वत की मांग की गई। रिश्वत न देने पर उनकी स्कूटी को जबरदस्ती रांची ट्रैफिक कंट्रोल रूम ले जाया गया। जब प्रिंस कुमार ने इस मामले में ट्रैफिक एसपी से संपर्क किया, तो उन्होंने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया और यह स्पष्ट कर दिया कि बिना फाइन के वाहन नहीं छोड़ा जाएगा।यह घटना दर्शाती है कि अगर एक बीजेपी कार्यकर्ता के साथ इस प्रकार की ज्यादती हो रही है, तो आम जनता इस प्रशासन और सरकार के भ्रष्टाचार से किस प्रकार सुरक्षित रह सकती है? इसे लेकर युवा मोर्चा के कार्यकर्ता ने कहा कि हम राज्य सरकार से मांग करते हैं कि अवैध वसूली की इन गतिविधियों को तुरंत बंद किया जाए। जनता को अनावश्यक रूप से प्रताड़ित करना बंद कर, प्रशासनिक प्रणाली में पारदर्शिता लाई जाए।
जनता को परेशान कर हो रही राजस्व की उगाही: सीपी सिंह
इधर इस मामले को लेकर रांची के विधायक सीपी सिंह ने भी आवाज उठाई है। उन्होने कहा है कि सरकार अब जनता को परेशान कर राजस्व जुटाने में लगी है। रांची के सैकड़ों लोगों ने मुझसे शिकायत की है कि मामूली गलती पर भी धड़ाधड़ ऑनलाइन ट्रैफिक चालान काटे जा रहे हैं—किसी को 9, किसी को 12 चालान। कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें 15 से 20 हजार रुपए तक का चालान अब तक मिल चुका है। सवाल यह उठता है कि क्या केवल कचहरी चौक, किशोरगंज चौक, रातु रोड चौक जैसे कुछ इलाकों को चिन्हित कर ही चालान काटे जा रहे हैं या फिर रतन टॉकीज, कर्बला चौक और कांटाटोली चौक पर भी ऐसे हीं चालान काटे जा रहे हैं? यह सरकार का जनता पर सीधा हमला है। अगर सरकार को राजस्व चाहिए, तो पारदर्शी और न्यायसंगत तरीके से काम करे, न कि जनता को लूटने का यह घटिया तरीका अपनाएं। जनता सब देख रही है। वहीं भाजपा जनता युवा मोर्चा के मीडिया प्रभारी का भी चालान ट्रैफिक पुलिस न काट लिया इसे लेकर प्रिंस कुमार ने कहा कि सरकार इस प्रकार की अवैध वसूली पर रोक लगाएं। रांची प्रशासन का खेल जनता पर भारी रांची शहर में प्रशासन के द्वारा अवैध वसूली का धंधा अपने चरम पर है। जिला प्रशासन जनता को चालान काटने के नाम पर खुलेआम अवैध वसूली के कार्य में लिप्त है। यह गतिविधि राज्य सरकार के संरक्षण में संचालित हो रही प्रतीत होती है।
बता दें बीते दिनों सीएम हेमंत सोरेन ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर राजस्व के लिए नए संभावनाओं को तलाशने का निर्देश दिया था। वहीं इस बैठक के बाद ट्रैफिक चालान में बढ़ोतरी को लेकर बीजेपी ने तंज कसा है कि क्या सरकार लोगों से ट्रैफिक चालान के नाप पर वसूली कर के अपना राजकोश भरेगी।