रांची: उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ में एक और छात्र की मृत्यु हो गयी। इसे लेकर भजपा अध्यक्ष ने एक बार फिर हेमंत सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए उसे नरभक्षी करार दे दिया। इसे लेकर बाबूलाल ने ट्वीट किया कि झामुमो कांग्रेस की सरकार अब नरभक्षी बन गई है। 5 सालों तक झारखंड के गरीब, दलित, आदिवासियों का हक़ खाते-खाते अब यह सरकार आदमखोर बन गई है। उत्पाद सिपाही की दौड़ में अब तक 19 युवा अपनी जान गवां चुके हैं।
आज गिरिडीह में उत्पाद सिपाही की दौड़ में धनवार थाना क्षेत्र के गादी गांव निवासी विरंची राय नामक युवक की मौत हो गई। 8 बेहोश हो गए, कई अस्पताल में इलाजरत हैं। हेमंत सोरेन ने ना तो जानलेवा नीति बदली है, ना ही भर्ती स्थलों पर स्वास्थ्य व्यवस्था और ईलाज के पुख्ता इंतजाम किए हैं। नौकरी की आस में एक-एक कर 19 युवा मौत के मुंह में समा चुके हैं। बांग्लादेशी घुसपैठियों को रिझाने में लगी झामुमो को अब आदिवासी- मूलवासी युवाओं का दर्द नहीं दिख रहा। अपनी वोट की राजनैतिक तुष्टिकरण और ज़िद के चलते के और कितने की जना लेंगे हेमंत सोरेन जी? इनके परिवार की आह लगेगी आपको! भर्ती के नाम पर ये मौत का खेल बंद होना चाहिए। राज्य सरकार तुरंत विरंची राय समेत उन तमाम 19 युवकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा करें।