झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर नेता वोटर्स को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए हर जोरअजमाइश कर रहे हैं। इसी को लेकर कल पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन एक कदम आगे नजर आए।दरअसल तबीयत खराब होने की वजह से चंपाई को जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती कराया गया था, बावजूद इसके उन्होंने वीरों की भूमि भोगनाडीह में आयोजित ‘मांझी परगना महासम्मेलन’ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया और संथाली भाषा में लोगों से संवाद किया।
संथाल की जनता के प्रति चंपाई सोरेन के इसी लगाव को असम के मुख्यमंत्री और झारखंड बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन अस्पताल के बेड पर नजर आ रहे हैं और वे भोगनाडीह में आयोजित ‘मांझी परगना महासम्मेलन’ को ऑनलाइन संबोधित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने चंपाई की तारीफ करते हुए लिखा है कि ‘सच्ची नेतृत्व क्षमता वही है, जो कठिनाइयों के बीच भी अपने लोगों के प्रति समर्पित रहे। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई ने अस्पताल में रहते हुए भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “मांझी परगना महासम्मेलन” को संबोधित किया, जो उनके जनसेवा के प्रति अटूट समर्पण को दर्शाता है। मां कामाख्या और श्रीमंत शंकरदेव से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
बता दें कि सीएम की कुर्सी गंवाने के बाद चंपाई सोरेन भाजपा में शामिल हुए थे, उसी के बाद से वे झारखंड मुक्ति मोर्चा में हुए अपमान की दुहाई देकर आदिवासी समाज के बीच जा रहे हैं और हेमंत सरकार को घेरते हुए आदिवासी समाज के लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं। चंपाई लोगों को ये बताने पर फोकस कर रहे हैं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अब शिबू सोरेन वाली झामुमो नहीं रह गई है।